बहरोड़ से संदीप कुमार शर्मा की रिपोर्ट
बहरोड़। केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए तीनों कृषि बिलों का किसान संगठनों की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है। जिसका असर बुधवार को अलवर में भी देखने को मिला जहां जिले के शाहजहांपुर क्षेत्र में दिल्ली सीमा पर चल रहे आंदोलन को समर्थन देने के लिए जिले से काफी संख्या में किसान पहुंच गये। किसान यूनियन अध्यक्ष राजस्थान रामपाल जाट के नेतृत्व में अलवर के किसान भी दल-बल के साथ दिल्ली कूच के प्रयास लग गया हैं। रामपाल जाट के नेतृत्व में दिल्ली कूच पर निकले किसानों को हरियाणा पुलिस प्रशासन द्वारा बॉर्डर पर रोक दिए गए। जिसके बाद सभी किसान शाहजहांपुर बाॅर्डर पर रीको एरिया में एकत्रित होकर आगे की रणनीति बनाने के लिए अपने अन्य साथियों को बुला रहे हैं। इस मौके पर कुछ स्थानीय कोंग्रेस नेता भी किसानों के साथ है मौजूद रहे।
न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बना दें- रामपाल जाट
पत्रकारों से वार्ता करते हुए किसान महापंचायत अध्यक्ष राजस्थान रामपाल जाट ने बताया कि इन किसान बिलो में विदेशी निवेशकों को रिझाने की कोशिश की गई है। उनकी प्रसन्नता को देखते हुए बिल बनाए गए हैं। इन बिलों से पूंजीपतियों को कृषि उत्पाद वाले व्यापार में एकाधिकार प्राप्त हो जायेगा। जिनको एकाधिकार प्राप्त होगा वो कृषि उत्पादों के कम से कम दाम चुकायेंगे और उपभोक्ता की जेब से अधिक से अधिक दाम वसूलेंगे। इस कारण से उत्पादन करने वाला किसान और खाने वाला उपभौक्ता दोनों लूटे जायेंगे। कॉन्ट्रैक्ट फार्म में हिन्दुस्तान का किसान खुद के खेत पर मजदूर बनकर रह जाएगा। हिंदुस्तान के किसान को कहा जा रहा है कि आप तो कंपनी के हिसाब से उत्पादन करो कंपनी आपका पैसा लगायेगी। जो सरासर गलत है। रामपाल जाट का कहना है कि अगर सरकार इन बिलों को वापिस नहीं ले सकती है मूंछो का सवाल बन गया है तो बीच का रास्ता निकाल कर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बना दें।
हरियाणा में धारा 144 लगी-
इसी बीच शाहजहांपुर बाॅर्डर पर किसानों की एकत्र होने की सूचना मिलने के बाद बावल थाना अधिकारी धर्मवीर यादव मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद धर्मवीर यादव की बात किसान महापंचायत अध्यक्ष राजस्थान रामपाल जाट से हुई। जो यहीं बैठकर रणनिती तैयार करने की बात कह रहे हैं। हरियाणा में धारा 144 लगी हुई है। इन्होंने हरियाणा सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की तो कानूनी कार्यवाही की जायेगी।