चंपावत। उत्तर प्रदेश में भगवा चोले में घूम रहे आतंकियों का अलर्ट जारी होने के बाद उत्तराखण्ड के तमाम इलाकों में भी प्रशासन सर्तक हो गया है। प्रशासन द्वारा सतर्कता बरतने के लिए चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। खासकर पुलिस द्वारा नेपाल सीमा के क्षेत्रों में ज्यादा एहतियात बरती जा रही है।
भारत नेपाल सीमा पर साधु संतों के वेश में आतंकवादियों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए एसएसबी व पुलिस ने एक चेकिंग अभियान चलाया और आने-जाने वालों की पहचान करते हुए सामान की तलाशी ली। उत्तराखंड में नेपाल की लगभग 175 किलोमीटर सीमा मिली हुई है, वैसे भी भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी का रिश्ता है जिसके कारण निरंतर आवागमन बना रहता है।
अब तक सुरक्षा बल अन्य लोगों से विशेष पूछताछ करते थे, लेकिन साधु वेषधारी लोगों से ज्यादा पूछताछ नहीं करते थे। पर हाल ही में बिजनौर से पकड़े गए संदिग्ध आतंकवादियों ने पूछताछ के दौरान यह राज खोल दिया है कि आईएसआई के लोग साधु वेश धारण कर यहां आ सकते हैं, जो यहां के धार्मिक स्थलों और विशिष्ट लोगों को अपना निशाना बना सकते हैं।
प्रशासनिक अधिकारियों ने चैकिंग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि प्रशिद्ध पूर्णागिरी मंदिर के आस पास सतर्कता बढ़ा दी गई है। डॉग स्क्वाड, बम निरोधक दस्ते ने भी चेकिंग अभियान चलाया। बनबसा, शारदा बेराज में भी पेट्रोलिंग की जा रही है। साथ ही प्रशासन द्वारा सभी अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश पुलिस की ओर से यूपी की पुलिस को अलर्ट जारी किया गया है कि प्रदेश में भगवा चोले में आतंकी घूम रहे हैं। एमपी पुलिस का कहना है कि आतंकी साधु संतों के भेष में भीड़-भाड़ वाली जगहों पर हमले की फिराक में हैं। यूपी पुलिस को मिले अलर्ट के मुताबिक 17-18 आतंकी साधु संतों के भेष में बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।