लखनऊ: महिला अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस महकमे के अफसर भले ही दलीलें पेश कर रहे हों, लेकिन हकीकत इससे विपरीत है। एक ऐसा ही मामला राजधानी में सामने आया है।
दरअसल, पिछले साल पारा थाना में एक महिला ने दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद आरोपित के मददगार लगातार पीड़िता व उसके परिवार को जान-माल के नुकसान की धमकी दे रहे हैं। इस मामले में पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर से लेकर डीएम व पुलिस आयुक्त महिला अपराध से भी कार्रवाई के लिए पत्र लिखकर अनुरोध किया है।
पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
असल में पारा थानाक्षेत्र की पीड़िता ने बीते 18 नवंबर, 2020 को उदित कुमार अवस्थी के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपित को सलाखों के पीछे भेज दिया। पीड़िता का आरोप है कि अब आरोपित के मददगार उसे लगातार धमकी दे रहे हैं। सुबह से लेकर शाम तक आरोपित के मददगार उसका पीछा करने लगे हैं। इसके अलावा शाम ढलने के बाद उसके घर में धमकी भरे पत्र फेंके जाने लगे हैं।
बीती 25 मई को धमकी के बारे में एक एफआइआर और दर्ज कराई, लेकिन पीड़िता का आरोप है कि फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पीड़िता ने बताया कि उसके या उसके परिवार के साथ कुछ भी, कभी भी हो सकता है। ऐसे में पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से उसका भरोसा पुलिस से उठने लगा है।