लखनऊ। देश के अलग-अलग हिस्सों में सीएए और एनआरसी का जमकर विरोध किया गया था। जगह-जगह विरोध प्रदर्शन ने हिंसा का रूख अपना लिया था। जिससे देश में कई जगह हालात काबू में नहीं थे, लेकिन धीरे-धीरे हालात सुधरते चले गए। प्रदर्शन में हुई भीषण हिंसा से सरकारी संपत्ति को भी हानि हुई थी। ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हुआ था। जिसके चलते आज पुलिस ने हिंसा के सभी आरोपियों के घर के सामने डुगडुगी बजाकर पोस्टर चस्पा करने की कार्रवाई की। इसके साथ ही बाद में पुलिस द्वारा आरोपियों के घर की कुर्की की कार्रवाई भी जाएगी।
सीएए-एनआरसी के विरोध प्रदर्शनों के आरोपी-
बता दें कि यूपी में आरोपियों के खिलाफ योगी सरकार द्वारा लिए जा रहे फैसलों से सभी में हलचल मची हुई है। इस समय योगी सरकार द्वारा पुलिस प्रशासन को पूरी छूट दी हुई है, अगर कोई व्यक्ति किसी भी तरह के कानून नियमों का उल्लघंन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। जिसके बाद से आरोपियों के होश उड़े हुए हैं। लेकिन फिर भी कोई न कोई ऐसा काम कर जाते हैं जिसके बाद उन्हें पुलिस के सिंकजे में फंस ही जाते हैं। लखनऊ के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस नवीन अरोड़ा ने बताया कि सीएए-एनआरसी के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा में करीब 27 आरोपी शामिल थे। इनमें से 11 को पुलिस अब तक गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, एक आरोपी ने आत्मसमर्पण कर दिया था। उन्होंने बताया कि 7 आरोपियों ने कोर्ट के जरिए गिरफ्तारी पर रोक लगवा ली थी।
गुंडा एक्ट की धारा 82 के तहत कार्रवाई-
उल्लेखनीय है कि 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में लखनऊ में प्रदर्शन हुआ था। इसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस ने आज इसी मामले में गुंडा एक्ट की धारा 82 के तहत कार्रवाई की है। पुलिस ने आज 8 आरोपियों के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई की है। इसके तहत आरोपियों के घर के बाहर डुगडुगी बजाकर नोटिस चस्पा किए गए हैं। इसके बाद कुर्की की कार्रवाई होगी।