नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना प्रमुख अरूप राहा ने पीओके को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर हमारे शरीर में शरीर में आज भी एक कांटे की तरह है। राहा ने आगे कहा कि पिछली कुछ लड़ाइयों में वायुसेना की शक्तियों का इस्तेमाल ठीक ढंग से नहीं किया गया, लेकिन अगर पहले की लड़ाइयों में वायुसेना का सही इस्तेमाल होता तो हालात कुछ और होते।
राहा ने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर में सेना मजबूत स्थिति में नहीं थी उस दौरान वायुसेना ने विशेष रूप से परिवहन शाखा के साथ एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उन्होंने भारतीय वायुसेना को भी दोनो अन्य सेनाओं की तरह मजबूत बताया और कहा कि वायुसेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिये हर दम तैयार है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के साथ अब तक हुई लड़ाइयों और झड़पों में वायुसेना का इस्तेमाल कम हुआ है। सिर्फ 1971 में वायुसेना पूरी ताकत से जंग में उतरी और तस्वीर बदल गई। 1965 की जंग में वायुसेना का इस्तेमाल हुआ ही नहीं, जबकि 1947 और 1999 के करगिल में वायुसेना की भूमिका सीमित रही।