वृंदावन। होली जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, उसकी खुमारी भी लोगों पर चढ़ने लगी है। मंगलवार को कुंभ मेला ब्राह्मण सेवा संघ शिविर में महेश खंडेलवाल व अनुराग गोयल के सौजन्य से एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कवि सम्मेलन में खूब हास्य व्यंग्य के दर्शन हुए।
बांकेबिहारी को चढ़ाया 11 किलो का लड्डू
इस मौके पर बांकेबिहारी जी को डॉ. सुयस त्रिपाठी ने 11 किलो के लड्डू का भोग चढ़ाया और उसको प्रसाद के रूप में सभी में बंटवाया। इस कवि सम्मेलन का शुभारंभ सबसे पहले दीप जलाकर किया गया। इसके बाद मां सरस्वती की वंदना की गई।
इस मौके पर सुनील पाराशर सरल ने एक सरस्वती रचना प्रस्तुत की। वहीं कार्यक्रम का संचालन अशोक अज्ञ ने किया। कार्यक्रम में पधारे कवियों ने अपनी रसमयी रचनाओं से दर्शकों को भाव विभोर किर दिया। कवियों ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया।
कवियों ने किसानों के दर्द को किया बयां
इस दौरान स्यामसुंदर अकिंचन ने होली पर रचना पेशकर लोगों को खुश कर दिया। उन्होंने होली पर खूब मजेदार व्यंग्य बाण चलाए।
वहीं व्यंग्यकार सुरेंद्र सार्थक ने किसानों की समस्याओं को पेश किया और अपनी तरकश से तीर चलाए। उन्होंने किसानों के दुख को व्यक्त करते हुए अपनी रचना पढ़ी। उनकी रचना इस प्रकार थी।
खुले आकाश में अपनी कमाई छोड़ देते हैं।
मठा से पेट भरते हैं, मलाई छोड़ देते हैं।
अगर तुम झूठ भी कह दो मवेशी खेत में तेरे,
कड़कती ठंड में झट से रजाई छोड़ देते हैं।
कवियों की रचनाओं ने बांधे रखा समां
वहीं कवि ब्रजभूषण चतुर्वेदी दीपक ने भी हास्य व्यंग्य के माध्यम से लोगों को गुदगुदाया। इसी प्रकार विनोद राजयोगी के अलावा दरियाब सिंह राजपूत ब्रजकन ने भी अपनी रचना पेश की। कवियित्री रुचि चतुर्वेदी और रेनु उपाध्याय ने भी अपने तरकश में रखे तीर छोड़कर सबका मन मोह लिया।
दिल्ली से आई कवियित्री अंजना अंजुम और पवन शर्मा नीरज ने भी अपनी रचनाएं पेश कीं। कार्यक्रम के अंत में सभी कवियों को आनंद वल्लभ गोस्वामी ने स्मृति चिन्ह भेंट करके उन्हें सम्मानित किया। इस मौके पर कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।