लखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोण्डा जिले के डीएम की बदजुबानी से वहां के सरकारी चिकित्सालयों में तैनात डाक्टर दुखी हैं। जिसकी वजह से 18 चिकित्सकों ने सामूहिक इस्तीफा सीएमओ को सौंप दिया है। डाक्टरों के साथ हो रहे इस तरह के दुरव्यहार के खिलाफ प्रान्तीय चिकित्सा सेवा संवर्ग ने भी कठोर कदम उठाने की बात कही हैं।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में गुरुवार को 18 चिकित्सकों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया। इन सभी चिकित्सकों ने इस्तीफा देने का कारण जिले के डीएम द्वारा डॉक्टरों के साथ किए जा रहे गलत व्यवहार को बताया है।
सामूहिक रूप से इस्तीफा देने वाले इन डॉक्टरों का आरोप है कि जिलाधिकारी गोंडा द्वारा समीक्षा बैठकों व क्षेत्र के भ्रमण के दौरान डॉक्टरों से अमर्यादित भाषा व असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया जाता है।
बताया जा रहा है कि इतने डॉक्टरों के एक साथ इस्तीफा देने से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। वही प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ ने डॉक्टरों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर चिंता जताई है, साथ ही संघ का साफ तौर पर कहना है कि शुक्रवार को इस संदर्भ में चर्चा कर रणनीति तैयार की जाएगी। जिससे उचित कार्रवाई हो सके।
प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉक्टर सचिन वैश्य ने कहा है कि मौजूदा दौर में डॉक्टरों के साथ प्रदेश के अंदर आए दिन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अभद्रता की खबरें आती रहती हैं। उन्होंने कहा कि अलीगढ़, रायबरेली, हरदोई, वाराणसी, बस्ती, कानपुर देहात,उन्नाव और अब गोंडा ऐसे जिले हैं जहां पर डॉक्टरों के साथ अभद्रता हुई है।
उन्होंने कहा कि किसी भी शख्स के साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग खुलेआम या बंद कमरे में नहीं होना चाहिए, लेकिन खुलेआम प्रशासनिक अधिकारी डॉक्टरों के साथ अभद्रता करते हैं।
लेकिन अब समय आ गया है कि मजबूत रणनीति बनाकर इसके खिलाफ आवाज उठाई जाए, जिससे इस तरह की अमर्यादित भाषा तथा व्यवहार करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके।