लोकसभा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए पीएम मोदी ने आज बीजेपी कार्यकर्ताओं से चर्चा की। प्रधानमंत्री ने नमो एप (NaMo app) के द्वारा महाराष्ट्र और गोवा के कार्यकर्ताओं से बात करते हुए पूर्व की सरकारों पर निशाना साधा। मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों के कारण राजनीतिक कार्यकर्ताओं को आमतौर पर दलाल समझा जाता है। जबकि हमारे (बीजेपी) कार्यकर्ताओं को मां भारत के लाल के तौर पर समझा जाता है।
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने इस दौरान शनिवार को कोलकाता के बिग्रेड मैदान पर एक मंच पर जुटे विपक्षी दलों के नेताओं पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस मंच से ये लोग देश और लोकतंत्र बचाने की बात कह रहे थे, उसी मंच पर एक नेता ने बोफोर्स घोटाले की याद दिला दी। आखिर सच्चाई छुपती कहां है। लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव ने शनिवार को अपने भाषण में राफेल की जगह बोफोर्स घोटाले का मुद्दा उठाया था। इस मौके पर कांग्रेस के नेता अभिषेक मनु सिंघवी और मल्लिकार्जुन खड़गे भी मंच पर मौजूद थे।
शरद यादव ने कहा कि बोफोर्स की लूट, फौज का हथियार और फौज का जहाज यहां लाने का काम हुआ है। भारत के लोग सीमा पर शहादत दे रहे हैं और डकैती डालने का काम बोफोर्स में हुआ है, डकैती हो गई है। मोदी ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि ये महागठबंधन एक अनोखा बंधन है।
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मोदी ने कहा कि ये बंधन नामदारों का बंधन है। ये बंधन भाई-भतीजेवाद का बंधन है। ये बंधन भ्रष्टाचार और घोटालों का बंधन है। ये बंधन नकारत्मकता का बंधन है। ये बंधन अस्थिरता और असमानता का बंधन है। महागठबंधन वाले वही लोग हैं जो बिना सोचे समझे देश के हर संवैधानिक संस्था को बदनाम करते हैं। उन्होंने एक दूसरे के साथ गठबंधन किया है। हमने सवा सौ करोड़ देशवासियों के साथ गठबंधन किया है।
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मोदी ने कहा कि जो लोग मुझे कहते हैं कि मैंने 10 फीसदी आरक्षण का फैसला चुनाव के लिए किया, तो मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि देश में चुनाव कब नहीं होते..? इससे पहले ये फैसला करता, तो लोग बोलते कि पांच राज्यों के चुनाव में फायदे के लिए किया। अगर हमारे 10 फीसदी आरक्षण देने के निर्णय में ताकत न होती, तो विपक्षी दलों की नींद हराम न होती और इसीलिए ये लोग अब भांति भांति की अफवाहें फैला रहे हैं।