चंडीगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद सिंह को “आजाद फौजी” कहे जाने का पंजाब सरकार ने स्वागत किया है। वहीं इसको लेकर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि पीएम मोदी ने सीएम अमरिंदर सिंह को आजाद फौजी कहकर ये साबित कर दिया है कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के अंदर स्वतंत्र और लोकतांत्रिक सभ्याचार कायम है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कैप्टन द्वारा दर्शाए गए पंजाबियों के आत्मसम्मान वाले स्वतंत्र चरित्र को भी मान्यता दी है। जाखड़ ने एक बयान में कहा कि ये मोदी के अधीन भारतीय जनता पार्टी में फैली उस तानाशाही संस्कृति के बिल्कुल विपरीत है।
ये उस तानाशाही संस्कृति के विपरीत है जिसके तहत लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा व शत्रुघ्न सिन्हा जैसे अनुभवी नेताओं को या तो खामोश कर दिया गया या मार्गदर्शक मंडल में धकेल दिया गया। जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस को पंजाब के हितों की रक्षा संबंधी भाजपा से किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने मोदी को चुनौती दी कि यदि वे पंजाब के वास्तविक शुभचिंतक हैं तो फूडग्रेन कर्ज के 31 हजार करोड़ रुपये की अदायगी करें जिसे शिअद-भाजपा गठबंधन सरकार ने केंद्र के खाते में डाल दिए थे और केंद्र सरकार द्वारा इसे नज़रअंदाज कर दिया गया।