नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कजाकिस्तान की अपनी दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर शनिवार तड़के नई दिल्ली लौट आए।
प्रधानमंत्री मोदी शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के अस्ताना में हुए वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने गये थे। सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को इस संगठन में शामिल किया गया जिससे इसकी सदस्य संख्या छह से बढकर आठ हो गई है।
सम्मेलन में मोदी ने संप्रभुता और आतंकवाद पर चीन और पाकिस्तान को आगाह करते हुए स्पष्ट कहा था कि भारत इन मुद्दों पर अपने हितों से कोई समझौता नहीं करेगा।
गौरतलब हैं कि कजाकिस्तान के अस्ताना में हो रहे शंघाई को-ऑपरेशन शिखर सम्मेलन में भारत और पाकिस्तान को SCO की पूर्णकालिक सदस्यता दी गई हैं। अस्ताना में आयोजित यह समिट भारत समेत दूसरें देशों के लिए भी काफी अहम हैं। इस शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने भारत की SCO में सदस्यता के लिए आगें बढ़ने और साथ देने के लिए चीनी राष्ट्रपति का शुक्रिया अदा किया।
अस्ताना में चल रहे SCO के शिखर सम्मेलन के दौरान पड़ोसी देश पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच आमना-सामना हुआ तो दोनों ने एक दूसरे का अभिवादन कर हाल-चाल पूछा। बीते दिनों से सीमा से लेकर वैश्विक पटल पर भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते काफी तल्ख रहे हैं।
मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ सभी देशों को एकजुट होना होगा। आंतक मानव मूल्यों का सबसे बड़ा दुश्मन हैं। सभी देशों के साथ संबंध एतिहासिक मुझे पूरा विश्वास की भारत SCO के प्रयासो का पूरा समर्थन करेगा।
इसके साथ ही पाक पीएम नवाज शरीफ ने भी भारत को SCO में सदस्यता मिलने पर बधाई दी और नवाज ने कहा कि SCO से शान्ति और विकास को बढ़ावा मिलेगा।