नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने संविधान दिवस के अवसर पर विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में सरकारी अधिकारियों को संबोधित किया। पीएम ने अधिकरियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा संविधान समय के साथ-साथ हर परीक्षा में पास हो रहा है। पीएम ने कहा कि हमारे सविंधान ने लोगों की हर उन अकांशाओं को खारिज किया जिसमें कहा जाता था कि समय के साथ जैसे-जैसे चुनौतियां आएंगी उसका समाधान हमारा संविधान नहीं निकाल सकेगा प्रधानमंत्री ने कहा कि आज संविधान निर्माताओं को नमन करने का दिन है, जिन्होंने हमारे संविधान को जवाबदेह के साथ-साथ इतना सक्षम भी बनाया, जिससे वो हर चुनौती का सामना करने के लिए प्रतिबध है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संविधान का हर शब्द पवित्र है और संविधान में हर परिस्थिति में देश को एकजुट रखने की ताकत निहित है। उन्होंने कहा कि संविधान ने एक अभिभावक की तरह हमें सही रास्ते पर चलना सिखाया है। पीएम ने कहा कि हमारा संविधान जितना जीवंत है उतना ही संवेदनशील भी है। पीएम ने कहा कि क्या एक परिवार के सदस्य के तौर पर हम उन मर्यादाओं का पालन कर रहे हैं जिसकी उम्मीद हमारा अभिभावक और हमारा संविधान हमसे करता है।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर कहा कि ‘सोच भी आत्मविश्वास से भरी होनी चाहिए। हम रहें या ना रहें लेकिन देश तो रहने वाला है हम रहें या ना रहें लेकिन जो व्यवस्था हम देश को देकर जाएंगे वो सुरक्षित, स्वाभीमानी और स्वावलंबी भारत की व्यवस्था होनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि भारत आज दुनिया का सबसे नौजवान देश है। इस नौजवान ऊर्जा को दिशा देने के लिए देश की हर संवैधानिक संस्था को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। पीएम ने आगे कहा कि 21वीं सदी में भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए और न्यू इंडिया बनाने के लिए हम सभी को संकल्प लेना होगा, जिसके लिए हमें साथ मिलकर काम करने और एक दूसरे को मजबूत करने का संकल्प लेना होगा।