अहमदाबाद। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में शामिल होने के लिए गुजरात पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोबेल पुरस्कार प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। इस दौरान अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि विज्ञान और तकनीक का धन्यवाद, इससे मानव जाति फल-फूल रही है। बड़े पैमाने पर लोग विज्ञान के आयामों के माध्यम से जीवन में लाभ ले रहे हैं। प्रदर्शनी का आयोजन नॉबेल मीडिया एबी (स्वीडन), भारत सरकार (विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय) और गुजरात सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदर्शनी का मुख्य आशय प्रौद्योगिकी के विकास और इसकी प्रेरणा के लिए योगदान करने से हैं। उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री विजय रूपानी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल भी मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने उन्होंने गुजरात में ही अध्ययन करने वाले वैज्ञानिक डॉक्टर वेंकटरमण रामकृष्ण का उल्लेख करते हुए कहा कि युवाओं को इन्हें प्रेरणा लेते हुए अपने भविष्य के विषय में मंथन करना चाहिए।
नरेंद्र मोदी ने नॉबेल विजेता वैज्ञानिकों डॉ. रिचर्ड जे रॉबर्टस (1993 मेडिसीन), डॉ. हारोल्ड वमरूस (1989 मेडिसीन), डॉ. डेविड जे. ग्रॉस (2004 भौतिकी), डॉ. सेर्जे हरोचे की संकल्पना और सोच का भी जिक्र किया।