नई दिल्ली। कजाकिस्तान में पीएम नरेन्द्र मोदी और नवीज शरीफ की मुलाकात नही होगी क्योकि भारत ने साफ कर दिया आंतकवाद और बातचीत साथ साथ नही चल सकते इसलिए विदेश मंत्रालय बार बार मना कर रहा हैं।
हांलाकि शंघाई को ऑपरेशन ऑर्गेनाइजेसन के सदस्य देशों की मंशा हैं कि दोनो पड़ोसी देश आपसी रिश्ते में जमी बर्फ को पिघलाएं और बातचीत की टेबल पर आएँ।
भारत को कजाकिस्तान में 8-9 जून को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में इस क्षेत्रीय संघठन में पूर्मकालिक सदस्य के तौर पर शामिल किया जाएगा इस मौकें पर पीएम मोदी भी मौजूद होंगे।
कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिग के बीच दिव्पक्षीय मुलाकात की भी संभावना हैं। अस्ताना सम्मेलन में भारत के साथ पाकिस्तान को भी एससीओ की पूरण सदस्यता दी जाएगी।
विदेश मंत्रालय में यूरेशिया के संयुक्त सचिव जी वी श्रीनिवास ने कहा इस तरह के संकेत दिए हैं कि दायित्व ज्ञापन के तहत पूरी प्रकिया का अंतिम चरण अस्ताना में होने जा रहा हैं।