बैंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रण में जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कदम रखा है तब से प्रदेश में सियासी संग्राम अपने चरम पर पहुंच गया है। पीएम मोदी लगातार कांग्रेस और कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोल रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने गडग में चुनावी सभा को संबोधित किया और कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार पर जमकर हमला किया। पीएम ने कहा कि कर्नाटक की सरकार सिर्फ नामदारों के लिए काम कर रही है कामदारों की उन्हें कोई परवाह नहीं है।
पीएम ने कहा कि कर्नाटक की जनता को अब तक ये नहीं पता चल पाया है कि क्या कारण था कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने कप्पट्गुडा जंगल को रिजर्व घोषित कर दिया, लेकिन जब जन आक्रोश हुआ और बीजेपी सामने आई तो उन्हें अपना ये निर्णय वापस लेना पड़ा। पीएम यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ कर्नाटक को लूट सकती है, वे राज्य के लिए और कुछ नहीं कर सकते। पीएम ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग आलू से सेना निकालने की बात करते थे आज उन्होंने भी किसानों को याद करना प्रारम्भ कर दिया है।
रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस हर चुनाव में गरीब, गरीब, गरीब करती है। कांग्रेस सिर्फ यही माला जपकर हमेशा से चुनाव जीतने की कोशिश करती रही है। कांग्रेस के नेता जिन्हें हरी मिर्च-लाल मिर्च में अंतर नहीं पता है, वे आलू से सोने की बात करते हैं, वे भी आज किसान की बातें कर रहे हैं। मोदी ने आगे कहा कि 30-35 महीनों में हमारी सरकार ने 1 लाख करोड़ से ज्यादा खर्च कर किसानों तक पानी पहुंचाया है। भ्रष्टाचार के खिलाफ मैंने एक लड़ाई छेड़ी हुई है।
हमने आधार के साथ डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर योजना शुरू की, हमने सीधे हकदार लोगों के बैंक खाते में पैसे जमा कराना शुरू किया। बता दें कि मई की शुरुआत से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक में धुंआधार रैलियां कर रहे हैं। यहां तक कि पीएम की रैलियों की संख्या बढ़ाकर 21 कर दी गई है। शुरुआत में पीएम मोदी की राज्य में कुल 12 रैलियां प्रस्तावित थीं। बाद में जैसे-जैसे पीएम की रैलियों में भीड़ बढ़ती रही, वैसे-वैसे पार्टी ने रैलियों की संख्या भी बढ़ा दी। पहले यह संख्या 12 से 15 हुई, फिर 18 और अब 21 हो गई है।