नई दिल्ली। आज के दिन को बीएसएफ के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। क्योंकि आज के ही दिन 1 दिसंबर 1965 में बीएसएफ की स्थापना हुई थी। इस मौके पर पीएम मोदी ने 56वें स्थापना दिवस पर सीमा सुरक्षा बल के जवानों को शुभकामनाएं दी हैं। अमित शाह-राजनाथ सिंह ने भी इस मौके पर बीएसएफ जवानों को नमन किया है। बीएसएफ की स्थापना पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित बनाने के लिए की गई थी। बीएसएफ का 56 वां रेजिंग डे आज छावला कैंप में मनाया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्विट कर लिखा कि बीएसएफ के सभी जवानों और उनके परिवारों को बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के स्थापना दिवस पर विशेष शुभकामनाएं।
इसलिए हुई थी बीएसएफ की स्थापना-
बता दें कि बीएसएफ के स्थापना दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्विट कर लिखा कि बीएसएफ के सभी जवानों और उनके परिवारों को बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के स्थापना दिवस पर विशेष शुभकामनाएं। इसके साथ ही आगे लिखा कि बीएसएफ ने देश को बचाने और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिकों की सहायता करने में अपना पूर्ण योगदान दिया है। बीएसएफ पर भारत को गर्व है। जानकारी के अनुसार बीएसएफ की स्थापना पाकिस्तान और बांग्लादेश के साथ अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षित बनाने के लिए की गई थी। ‘सीमा सुरक्षा बल’ के गठन से पहले इन सीमाओं पर संबंधित राज्य की सशस्त्र पुलिस तैनात थी। जिसके बाद एक ऐसे सेना की स्थापना की जो सीमाओं की सुरक्षा के लिए थल सेना की तरह प्रशिक्षित हो और सीमा पार अपराध को रोकने के लिए पुलिस की तरह कार्य करें।
गृहमंत्री और रक्षा मंत्री ने भी दी बधाई-
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी बीएसएफ के जवानों को नमन किया है। अमित शाह ने ट्विट कर लिखा कि बीएसएफ ने अपने शौर्य और पराक्रम से अपने आदर्श वाक्य ‘जीवन पर्यन्त कर्तव्य’ को सदैव चरितार्थ किया है। आज बीएसएफ के 56वें स्थापना दिवस पर मैं बल के सभी बहादुर जवानों को उनकी राष्ट्रसेवा और समर्पण के लिए नमन करता हूं। भारत को अपनी रणविजयी ‘सीमा सुरक्षा बल’ पर गर्व है। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विट किया,”बीएसएफ के जवानों और उनके परिवारों को बीएसएफ के स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई। बीएसएफ भारत की रक्षा की पहली पंक्ति है और हमारी सीमाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मैं उन्हें राष्ट्र की सेवा के लिए नमन करता हूं।