विश्व जैव ईंधन दिवस के मौके पर आज दिल्ली के विज्ञान भवन में किसानों, वैज्ञानिकों, उद्यमियों, विद्यार्थियों, सरकारी अधिकारियों और कानून-निर्माताओं की बैठक आयोजित की गई है। बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। आपको बता दें कि पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय पिछले तीन साल से यह आयोजन करता आ रहा है।
ईंधन पर्यावरण स्वच्छ बनाने, किसानों के लिए अतिरिक्त आमदनी जुटाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन में योगदान दे सकता
गौरतलब है कि जैव ईंधन पर्यावरण स्वच्छ बनाने, किसानों के लिए अतिरिक्त आमदनी जुटाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन में योगदान दे सकता है। विश्व जैव ईंधन दिवस, परंपरागत जीवाश्म ईंधन के विकल्प के रूप में गैर-जीवाश्म ईंधन के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए हर वर्ष दस अगस्त को मनाया जाता है। जैव ईंधन कार्यक्रम मेक-इन-इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान और किसानों की आमदनी बढ़ाने जैसी सरकार की पहलों के समरूप है।
नीति में वर्ष 2030 तक 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण और पांच प्रतिशत बायो-डीजल मिश्रण का लक्ष्य रखा गया है
सरकार ने इस वर्ष जून में जैव ईंधन से संबंधित राष्ट्रीय नीति को मंजूरी दी थी। नीति में वर्ष 2030 तक 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण और पांच प्रतिशत बायो-डीजल मिश्रण का लक्ष्य रखा गया है। आकाशवाणी दिल्ली से विश्व जैव ईंधन दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का विज्ञान भवन से सीधा प्रसारण किया जाएगा। इसे राजधानी और एफएम रेनबो चैनलों पर सवेरे नौ बज कर पचपन मिनट से सुना जा सकता है।
महेश कुमार यदुवंशी