संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले शनिवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सभी राजनीतिक दलों से लोकसभा के सही से संचालित करने में सहयोग देने की अपील की है। इस बैठक के खत्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री ने सभी दलों से पीएम मोदी का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पीएम ने सभी दलों को राष्ट्रति चुनाव में अपनी भागीदारी देने का आह्वान किया है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने साफ तौर पर कह दिया है कि गौ रक्षा के नाम पर हिंसा सहा नहीं जाएगा। पीएम मोदी ने कहा है कि किसी को भी कानून हाथ में लेने का हक नहीं है।
इस बैठक में पीएम मोदी ने जीएसटी को लेकर सभी दलों को विस्तार से जानकारी दी है। पीएम मोदी ने सुचारू रूप से मानसून सत्र चलाने में सहयोग देने की अपील की है। इस बैठक के बाद कांग्रेन नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि ऑल पार्टी मीटिंग सरकार ने बुलाई है जिसमें उन्होंने कुछ मांग की है। कश्मीर पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान के जिक्र के सात चीन का भी जिक्र होना चाहिए। आजाद ने कहा है कि इस वक्त एलिमिनेशन पॉलिसी पर सरकार चल रही है लेकिन इसमें वह उनके साथ नहीं है। उन्होंने कहा है कि देश में बाढ़ पर और दार्जिलिंग के हालातों पर भी चर्चा होनी चाहिए।
इस बैठक में वित्त मंत्री अरूण जेटली, संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार, एसएस अहलूवालिया, एनसी से फारूख अब्दुला, उपेंद्र कुशवाहा, आरपीआई रामदार अठावले, ज्योतिरादित्य सिंधिया, गुलाम नबी आजाद समेत अन्य बड़े नेता शामिल हुए हैं। वही दूसरी तरफ पीएम मोदी ने गौ रक्षा के नाम पर हिंसा पर अपील की है कि गौ रक्षा के नाम पर कोई भी कानून को अपने हाथों में ना ले। उन्होंने कहा है कि गौ रक्षा के नाम पर हिंसा करना ठीक नहीं है। गौरतलब करने वाली बात यह है कि गौरक्षा के नाम पर आए दिन कोई ना कोई नया वाक्या सामने आ रहा है ऐसे में पीएम के बार बार समझाने के बाद भी ऐसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। वही पीएम मोदी ने गौ रक्षा के नाम पर हत्याएं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।