इन दिनों पीएम मोदी ब्रिक्स सम्मेलन में चीन गए हुए हैं। ऐसे में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की पीएम मोदी से मुलाकात के पहले एक सकारात्मक संदेश आया है। उन्होंने कहा है कि ज्वलंत मुद्दों को शांतिपूर्वक सुलझाना चाहिए। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने ब्रिक्स देशों से ब्रिक्स देशों से अपील की है कि आतंकवाद से लड़ने के लिए सभी को एक रास्ता अपनाना चाहिए जिससे आतंकियों के छिपने की कोई जगह ना बच सके।
रविवार को ब्रिक्स बिजनस फोरम के उद्घायन के मौके पर उन्होंने यह बात कही है। उनके अनुसार वह इस बात से सहमत हैं कि आतंकवाद से लड़ने के लिए ब्रिक्स देशों को एक रास्ता अपनाना चाहिए और आतंकवाद के मूल कारणों का हल निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी ब्रिक्स देशों को अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा में सहयोग देना चाहिए जिससे वैश्विक शांति बनी रहे। राष्ट्रपति शी जिनफिंग ने ब्रिक्स देशों से भूराजनीतिक मुद्दों को सुलझाने में अपना योगदान देने की अपील भी की है।
लेकिन देखने वाली बात यह है कि इससे पहले चीनी विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया था कि जब भी आतंकवाद का मुद्दा आता है तो पाकिस्तान को लेकर भारत की चिंता काफी बढ़ जाती है। चीनी राष्ट्रपति द्वारा की गई यह टिप्पणी दो महीने से भी ज्यादा चले डोकलाम विवाद के बाद काफी अहम मानी जा रही है। चीनी राष्ट्रपति के अनुसार वैश्विक शांति को बनाए रखने के लिए ब्रिक्स देशों को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंक के अनुसार किसी भी मुद्दे को शांति से हल करना चाहिए।