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कानपुर के दौरे पर आज पीएम मोदी, नमामी गंगे’ परियोजनाओं का हाल और उसमें गिर रहे नालों का लेंगे जायजा 

कानपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शनिवार को कानपुर के दौरे पर आ रहे हैं। पीएम मोदी शहर में ‘नमामी गंगे’ की परियोजनाओं का हाल और उसमें गिर रहे नालों का जायजा लेंगे। जानकारी के मुताबिक गंगा नदी की बीच धारा में पीएम मोदी तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक लेंगे। यहां से प्रधानमंत्री अटल घाट जाएंगे, जहां से वो विशेष नौका में बैठकर गंगा में गिर रहे नालों का हाल देखेंगे। दरअसल ‘नमामी गंगे’ परियोजना की समीक्षा करने और पवित्र नदी पर योजना के प्रभाव देखने के लिए प्रधानमंत्री मोदी कानपुर में गंगा नदी में नौकायन करेंगे।

बता दें कि इस क्रम में शनिवार को होने वाली नेशनल गंगा कांउसिल की पहली बैठक में 12 केंद्रीय मंत्री, नौ केंद्रीय विभागों के सचिव, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और बिहार के मुख्यामंत्री शामिल होंगे। सूत्रों के मुताबिक अपने दौरे में प्रधानमंत्री ‘नमामी गंगे’ परियोजना को लेकर कुछ घोषणाएं भी कर सकते हैं। पीएम मोदी के इस दौरे को देखते हुए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। प्रधानमंत्री कानपुर में लगभग साढ़े चार घंटे रहने के बाद वापस दिल्ली लौट जाएंगे।

वहीं यूपी के शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि कानपुर में गंगा नदी में सभी 16 नालों से बहने वाले 300 एमएलडी को गुरुवार रात से स्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। वहीं नदियों में प्रदूषक तत्वों को डालने वाले सीवर और नालियों के बंद होने से नदी के जल में उल्लेखनीय परिवतर्न नजर आएगा।

साथ ही कानपुर में गंगा नदी की स्थिति को बद से बदतर करने वाला सीसामऊ नाला अब टैप हो चुका है। यह नाला रोजाना 145 एमएलडी जहर गंगा में उड़ेलता था लेकिन उसकी धारा अब बंद हो चुकी है। लंबे संघर्ष के बाद अधिकारियों ने इस नाले को बंद करने मे सफलता पायी है। नमामी गंगे योजना के तहत इस नाले को बंद किया गया है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस नाले पर खड़े होकर सेल्फी ली थी। वर्ष 2017 में इसको बंद करने का कार्य शुरू किया गया था, और दो साल बाद अब इस नाला को बंद करने में सफलता मिली है। 63.80 करोड़ रुपये की लागत से यह कार्य किया गया है।

इतना ही ट्रीटमेंट प्लांट के बन जाने से टेनरी मालिकों को भी राहत मिलेगी और गंगा नदी में गिरने वाले प्रदूषण पर भी रोक लग सकेगी। जाजमऊ में 400 से अधिक टेनरियां हैं। वाजिदपुर में अभी 36 एमएलडी का कॉमन सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट है, इसमें टेनरियों के नौ एमएलडी का ट्रीटमेंट प्लांट है। जबकि टेनरी से इसका तीन गुना केमिकल युक्त पानी निकलता है। पानी अधिक और क्षमता कम होने की वजह से शोधन नहीं हो पा रहा था और इन टेनरियों को दिसंबर में कुंभ से पहले बंद कर दिया गया था।

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