नई दिल्ली। एक तरफ कोरोना से निपटने के लिए सरकार कमर कस रही है और वैक्सीनेशन की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। वहीं कोरोना काल में डूबी अर्थव्यवस्था को उठाना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। ऐसे में सरकार लगातार आर्थिक और कनेक्टिविटी को तेज करने पर बल दे रही है। कनेक्टिविटी को तेज करने के लिए गुरुवार को इसी कड़ी में एक नाम और जुड़ गया है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए स्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डब्ल्यूडीएफसी) के रेवाड़ी मदार खंड को देश को समर्पित कर दिया है।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन द्वारा चलने वाली डेढ़ किलोमीटर लंबी दुनिया की पहली डबल स्टैक लॉन्ग हॉल कंटेनर ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब नए साल में देश का आगाज अच्छा है। तो आने वाला समय भी शानदार और जानदार होना तय है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ दिनों पहले, भारत ने कोविड.19 के लिए दो मेड इन इंडिया के टीके को मंजूरी दी। इसने भारतीयों को नए सिरे से आत्मविश्वास प्रदान किया। उन्होंने कहा कि आज हर भारतीय का आह्वान है कि न हम रुकेंगे, न हम थकेंगे। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान जापान और जापान के लोगों का धन्यवाद किया।
आज का दिन एनसीआर के लिए नया अवसर लाया-
आज का दिन एनसीआर, हरियाणा और राजस्थान के किसानों, उद्यमियों, व्यापारियों के लिए नए अवसर लाया है। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर चाहे ईस्टर्न हो या वेस्टर्न ये सिर्फ मालगाड़ियों के लिए आधुनिक रूट नहीं हैं। ये देश के तेज विकास के कॉरिडोर हैं।