नई दिल्ली। जैसा कि आप सभी जानते हैं कि इस समय देश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व कोरोना महामारी जैसी वैश्विक बीमारी से जूझ रहा है। इसके साथ कोरोना से बचाव के लिए सभी देशों द्वारा वैक्सीन का निर्माण भी किया जा रहा है। आज के समय में अच्छा खानपान न मिलने के कारण लोग में बीमारी ज्यादा बढ़ गई है। कभी-कभी ऐसा होता है कि मरीजों को देखने के लिए डाॅक्टरों के पास भी समय नहीं होता है। इसी बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के राजकोट में एम्स अस्पताल का शिलान्यास किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल ने हमें सिखाया कि स्वास्थ्य ही संपदा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य पर चोट से पूरा सामाजि दायरा प्रभावित होता है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा, नया साल दस्तक दे रहा है। आज देश के मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने वाली एक और कड़ी जुड़ रही है। राजकोट में एम्स के शिलान्यास से गुजरात सहित पूरे देश के स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन को बल मिलेगा।
ये लोग रहे कार्यक्रम में मौजूद-
बता दें कि प्रधानमंत्री ने कहा, ”स्वास्थ्य पर जब चोट होती है तो जीवन का हर पहलू बुरी तरह प्रभावित होता है और सिर्फ परिवार नहीं पूरा सामाजिक दायरा उसकी चपेट में आ जाता है। इसलिए साल का ये अंतिम दिन भारत के लाखों डॉक्टर्स, हेल्थ वॉरियर्स, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वाले, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स को याद करने का है। कर्तव्य पथ पर जिन साथियों ने अपना जीवन दे दिया है, उन्हें मैं सादर नमन करता हूं। प्रधानमंत्री ने कहा, “मुश्किल भरे इस साल ने दिखाया है कि भारत जब एकजुट होता है तो मुश्किल से मुश्किल संकट का सामना वो कितने प्रभावी तरीके से कर सकता है। भारत ने एकजुटता के साथ समय पर प्रभावी कदम उठाए, उसी का परिणाम है कि आज हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं। जिस देश में 130 करोड़ से ज्यादा लोग हों, घनी आबादी हों। वहां करीब 1 करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस समारोह में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे भी उपस्थित थे।
संस्थान में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 125 सीट होंगी-
इसके साथ ही प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि संस्थान को 201 एकड़ से अधिक जगह आवंटित की गई है और यह लगभग 1,195 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। संस्थान का निर्माण 2022 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। इसने कहा कि इस आधुनिक अस्पताल में 750 बिस्तर होंगे। जिनमें से 30 बिस्तर आयुष ब्लॉक में होंगे। इसमें एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 125 और नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए 60 सीट होंगी। वहीं इसके आगे प्रधानमंत्री ने कहा, ”2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है। वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारी चल रही है। भारत में बनी वैक्सीन हर जरूरी वर्ग तक पहुंचे, इसके लिए कोशिशें अंतिम दौर में हैं।