नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपित महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन के अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली में प्रवासी भारतीय केंद्र का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया की दिलचस्पी भारत की तरफ काफी बढ़ी है और सभी ने भारत की ताकत को पहचाना है। उन्होंने कहा कि हमें केवल संख्या के तौर पर नहीं बल्कि शक्ति के तौर पर भी देखना चाहिए।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रतिभा पलायन के मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि गांधी जी भारत से बाहर गए थे लेकिन देश की पुकार सुनकर वो वापस लौट आए। हम सालों से देखते हैं कि लोग यहां पढ़ते-लिखते हैं और काम के लिए विदेश चले जाते हैं। दुनिया भर में फैले भारतीय समुदाय को अगर संख्या के रुप में नहीं तो इस ब्रेन ड्रेन की समस्या को ब्रेन गेन की की तरह प्रयोग किया जा सकता है। हमारे पास दुनिया को देने के लिए बहुत कुछ है लगभग 150 देशों में प्रवासी भारतीय रहते हैं और ऐसे कई देश हैं जहां मिशन की शक्ति से कई गुना शक्ति प्रवासी भारतीयों की होती है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत की थी और हम इसे आगे बढ़ा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के विदेश मंत्रालय की तारीफ करते हुए कहा कि बीते 2 साल में भारत के विदेश मंत्रालय ने दुनिया भर में अपनी एक अलग पहंचान बनाई है और इसी वजह से देश-विदेश में फंसे होने पर लोग भारत की तरफ मदद के लिए संपर्क करते हैं। बता दें कि इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह और एमजे अकबर मौजूद थे।