featured दुनिया देश

लंदन में पीएम मोदी ने किया बड़ी संख्या में वहां रह रहे भारतीयों को संबोधित, जाने क्या कहा

pm modi 2 लंदन में पीएम मोदी ने किया बड़ी संख्या में वहां रह रहे भारतीयों को संबोधित, जाने क्या कहा

लंदन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लंदन के वेबमिंस्टर हॉल में बड़ी संख्या में वहां रह रहे प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने तमाम मुद्दों पर अपनी बात खुलकर रखी। जिस तरह से तमाम विपक्षी दल और लोग प्रधानमंत्री की आलोचना करते हैं उसपर भी पीएम मोदी ने खुलकर अपनी बात रखते हुए कहा कि यह मेरी ऊर्जा का राज है। पीएम मोदी ने कहा कि मेरे भीतर ऊर्जा का राज दो दशकों से हर रोज मिल रही एक-किलो गालियां हैं। इन गालियों से मुझे ऊर्जा मिलती है।

pm modi 2 लंदन में पीएम मोदी ने किया बड़ी संख्या में वहां रह रहे भारतीयों को संबोधित, जाने क्या कहा

बता दें कि प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दो दशक से मुझे हर रोज एक-दो किलो गालियां मिल रही है। इस दौरान उन्होंने एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक स्थान था, जहां पर्वत था और वहां तराई पर संत बैठते थे। एक आठ साल की बच्ची अपने तीन साल के भाई को लेकर वहां चढ़ रही थी। संत ने पूछा कि तुम्हे थकान नहीं लग रही है तो उसने कहा कि यह तो मेरा भाई है। इसपर संत ने कहा कि मैं तुम्हारा रिश्ता नहीं पूछ रहा हूं, तो इसके जवाब में लड़की ने कहा कि यह तो मेरा भाई है। इसपर तीसरी बार संत ने पूछा तो लड़की ने कहा कि यह तो मेरा भाई है और भाई की थकान नहीं लगती है। सवा सौ करोड़ देशवासी मेरे भाई हैं।

वहीं भारत की बात सबके साथ कार्यक्रम के दौरान प्रसून जोशी ने पीएम से पूछा कि आपके भीतर यह फकीरी कहां से आई तो उन्होंने कहा कि यह बहुत ही व्यक्तिगत सवाल है। यह फकीरी मेरे मन की अवस्था है। उन्होंने कहा कि जब मैं गुजरात में था तो सार्वजनिक कार्यक्रम में लोग मुझे गिफ्ट देते थे, मैं भी इंसान हूं, लेकिन मेरा मन नहीं करता था और मैं उसे कोषागार को दे देता था। जब मैं दिल्ली आया तो मैंने अफसरों को बुलाया और कहा कि मेरे पास पैसे हैं उसे गांधीनगर के सचिवाल में ड्राइवर और चपरासी को दे दिया जाए।

साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि गरीबी किसी नारे से नहीं मिटती है, मैंने तय किया है कि चार करोड़ परिवारों तक बिजली पहुंचाउंगा और ये करके रहुंगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने राजनीति अपनी जगह है मेरी नीति कहती है कि लोगों की जिंदगी में कुछ बदलाव लाउं, 18 हजार गांवों में हमने बिजली पहुंचाई है और हमारी यह जिममेदारी है। हमसे अधिकारियों ने कहा था कि इस काम में सात साल लग जाएंगे मैंने उनसे कहा कि इसे एक हजार दिन में पूरा कीजिए। आप इस बात की कल्पना कीजिए कि गरीब मां शौचालय जाने के लिए सूरज ढलने का इंतजार करती है, सोचिए मां को कितना दर्द होता होगा, ,यह सवाल हमें सोने नहीं देता है।

Related posts

सबसे सुरक्षित माने जाने वाले प्रधानमंत्री कार्यालय में लगी आग

Rani Naqvi

जालौन में मोदी ने किया दावा, प्रदेश में भाजपा बनाएगी सरकार

kumari ashu

औली में विंटर गेम को अन्तर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने में जुटा सूबे का पर्यटन विभाग

piyush shukla