देश में कोरोना से स्थिति भयावह होती जा रही है। रोज आते आंकड़े डरा रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फिर कोरोना की स्थिति पर समीक्षा की। जिसके तहत पीएम मोदी ने 10 राज्यों के 54 जिलाधिकारियों से सीधा संवाद किया।
गाइडलाइन्स का पालन करना होगा- पीएम
पीएम मोदी ने मीटिंग में कहा कि एक्टिव केस की संख्या कम होने के बाद भी हमें गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। अब वैक्सीन सप्लाई की जानकारी एडवांस मिल रही है। जिससे टीकाकरण के अभियान में आसानी होगी। पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस लगातार रूप बदलता है, ऐसे में हमें इससे निपटने के तरीकों को बदलना होगा।
अपने अनुभव करें साझा- पीएम मोदी
मीटिंग में पीएम मोदी ने कहा कि अपने जिले की हर छोटी दिक्कत को संवेदनशीलता के साथ समाधान करना होगा। महामारी के इस दौर में जन-जन तक जाकर अपने काम को बड़े पैमाने पर करना होगा। साथ ही जो अधिकारी अपने जिले के स्तर पर नए तरीके अपना रहे हैं उन्हें अपने अनुभव को दूसरे राज्यों के अधिकारी के साथ साझा करना चाहिए।
वैक्सीन वेस्टेज को रोकना जरूरी है- पीएम
पीएम ने आगे कहा कि एक बड़ा विषय वैक्सीन की वेस्टेज का भी है। एक भी वैक्सीन की बर्बादी का मतलब है किसी एक जीवन को जरूरी सुरक्षा कवच नहीं दे पाना। इसलिए वैक्सीन वेस्टेज को रोकना जरूरी है। पीएम ने कहा कि जीवन बचाने के साथ-साथ हमारी प्राथमिकता जीवन को आसान बनाए रखने की भी है। गरीबों के लिए मुफ्त राशन, आवश्यक सप्लाई, कालाबाजारी पर रोक ये सब इस लड़ाई को जीतने के लिए जरूरी हैं। और आगे बढ़ने के लिए भी आवश्यक है।
जिलाधिकारियों के साथ ये दूसरी मीटिंग
बता दें कि कोरोना की स्थिति पर पीएम मोदी की जिले के जिलाधिकारियों के साथ ये दूसरी मीटिंग है। इससे पहली 18 मई को पीएम की मीटिंग हुई थी। जब प्रधानमंत्री ने 9 राज्यों के 46 जिलाधिकारियों के साथ वर्जुअल मीटिंग की थी।