प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 की शिखर बैठक में भाग लेने के लिए जर्मनी के हैम्बर्ग पहुंच गए हैं। अब से थोड़ी देर बाद जर्मनी की चांसलर एजेंला मर्केल जी-20 शिखर बैठक की औपचारिक शुरुआत करेंगी।
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव बदस्तूर जारी है। ऐसे तनावपूर्ण माहौल के चलते जर्मनी के हैमबर्ग में सात जुलाई को होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात की संभावना नहीं दिख रही।
इस बार के जी 20 सम्मेलन की थीम शेपिंग इन इंटर कनेक्टेड वर्ल्ड रखी गई है। सम्मेलन में मुक्त और खुला व्यापार पलायन सतत विकास और वैश्विक स्थिरता पर चर्चा होने की उम्मीद है।
जाने क्या है जी20 का एजेंडा
मोदी ने कहा कि अगले दो दिन दुनिया को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर जी20 देशों के नेताओं के साथ बात होगी इनमें आर्थिक विकास सतत विकास और शान्ति एंव स्थिरता पर बात होगी।
उन्होंने कहा कि पिछले साल हांगझू में हुई जी20 समिट में उठाए गए मुद्दों पर प्रगति की समीक्षा हो सकती है इनमें आतंकवाद जलवायु परिवर्तन सतत विकास और व्यापार डिजिटलाइजेशन स्वास्थय रोजगार पलायन महिला सशक्तिकरण और अफ्रीका के साथ भागीदारी पर चर्चा होने की संभावना है।
हैम्बर्ग में जी20 समिट के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कनाडा, जापान और ब्रिटेन के नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
जी20 का शेड्यूल
जर्मन चांसलर एजेंला मर्केल को शुक्रवार को इनके स्वागत में भाषण के साथ जी-20 समिट की शुरुआत होगी जी20 लीडर्स रीट्रीट के दौरान आंतकवाद चर्चा का एजेंडा होगा।
सम्मेलन का पहला वर्किंग सेशन वैश्विक विकास और व्यापार होगा इसके बाद सतत विकास क्लाइमेट और एनर्जी पर दूसरा सत्र होगा।
इसके बाद शाम को दुनिया भर के नेता म्यूजिकल कंसर्ट में हिस्सा लेंगे और इसके बाद डिनर का आयोजन होगा।
क्या है G-20, कौन होगा शामिल
इस सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत अन्य शीर्ष नेताओं के हिस्सा लेने की संभावना है आपको बता दें कि उन्नीस देशों और यूरोपीय संघ के संगठन को ग्रुप ऑफ 20 कहा जाता है अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनिशया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सउदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका इस समूह के सदस्य हैं।
जी20 का विरोध
जर्मनी के हैम्बर्ग में जी-20 शिखर सम्मेलन के पहले पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई है। एक समाचार एजेंसी के अनुसार, हैम्बर्ग पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी काले लिबास में मुखौटे लगाकर प्रदर्शन कर रहे थे। जब उन्हें मुखौटे हटाने को कहा गया तो उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया जिससे उन्हें कार्रवाई करनी पड़ी।
पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारों और मिर्ची पाउडर का छिड़काव किया। वहीं प्रदर्शकारियों ने जवाब में उनपर बोतलें, पत्थर फेंका और एक वाहन में आग लगा दी। हैम्बर्ग शहर के मुख्य इलाके में सुरक्षा घेरा बनाया रखने के लिए 25 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। ताकि प्रदर्शनकारियों को सम्मेलन स्थल पर जाने से रोका जा सके।
माना जा रहा है कि सम्मेलन के दौरान हैम्बर्ग में एक लाख प्रदर्शनकारी पहुंच सकते हैं। हालांकि हैम्बर्ग में दिन भर शिखर सम्मेलन के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन होते रहे हैं। स्थानीय प्रशासन को इन प्रदर्शनों के शांतिपूर्ण रहने की उम्मीद है समारोह स्थल की सुरक्षा के लिए करीब 15000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया इसके अलावा करीब 4000 कर्मी हवाईअड्डा और ट्रेनों की सुरक्षा पर नजर रखेंगे।