उपनिवेशवाद, आदर्शवाद, धर्म और राजनीति पर आलोचनात्मक लेखन के लिए प्रसिद्ध नायपॉल का 85 साल की उम्र में निधन हो गया है। इसकी जानकारी आज सुबह उनके परिवार से मिलने पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि सर वी एस नायपॉल को उनके विस्तृत लेखन के लिए याद किया जाएगा। जिसमें इतिहास, संस्कृति, उपनिवेशवाद, राजनीति और अन्य विभिन्न विषयों पर लेखन कार्य शामिल हैं।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी लेखक के निधन पर शोक जताया
पीएम ने लिखा कि नायपॉल जाना साहित्य जगत के लिए एक बड़ा नुकसान है। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार एवं शुभचिंतकों के साथ हैं।आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी लेखक के निधन पर शोक जताया और कहा कि दुनिया ने एक प्रतिभाशाली रचनाकार खो दिया है। चौहान ने ट्विटर पर लिखा कि उन्होंने लेखकों की एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया है।
Sir VS Naipaul will be remembered for his extensive works, which covered diverse subjects ranging from history, culture, colonialism, politics and more. His passing away is a major loss to the world of literature. Condolences to his family and well wishers in this sad hour.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 12, 2018
वहीं विपक्ष के नेता रणदीप सुरजेवाला ने लेखक के निधन पर शोक जताया है
सुरजेवाला ने का कि अपने तीक्ष्ण अवलोकन, रचनात्मकता और अक्सर आलोचनात्मक चित्रण से विश्व को प्रभावित एवं आकर्षित करने वाले साहित्य के प्रतिभाशाली व्यक्ति और आधुनिक दर्शनशास्त्री तथा नोबेल पुरस्कार विजेता साहित्यकार वी एस नायपॉल के निधन पर मेरी संवेदनाएं।ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्वीट कर लिखा कि प्रख्यात लेखक और नोबेल पुरस्कार विजेता वी एस नायपॉल के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ।
नायपॉल को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया
आपको बता देें कि नायपॉल को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। जिनमें वर्ष 1971 में मिला ‘मैन बुकर प्राइज’ और वर्ष 1990 में साहित्यिक योगदान के लिए मिली ‘नाइटहुड’ की उपाधि शामिल है। उन्हें 2001 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया।
महेश कुमार यदुवंशी