लखनऊ/वाराणसी। कोरोनाकाल में जिंदगी दांव पर लगाकर लोगों का जीवन बचा रहे कोरोना योद्धाओं से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए। पीएम मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी के डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और फ्रंटलाइन वर्करों के साथ बात कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह एक सेवक हैं और ऐसे वक्त में आप जो काम कर रहे हैं, वह वास्तविक रूप में दमदार है। विशेष रूप से डॉक्टर्स, नर्स, वार्ड ब्वाय और एंबुलेंस के कर्मचारी दिन रात एक कर मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। यह वाकई अद्भुत है। देश इनका हमेशा कर्जदार रहेगा।
उन्होंने कहा कि मरीजों की सेवा करते हमारे योद्धाओं ने अपनों को तो खोया ही साथ ही खुद को भी बलिदान कर दिया। इससे सच्ची देशभक्ति का प्रमाण दूसरा नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण जिन लोगों की जानें गईं हैं, उन सभी श्रद्धांजलि। इतना कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भावुक हो गए।
हमें अभी एक लंबी लड़ाई लड़नी है। बनारस और पूर्वांचल के ग्रामीण इलाकों पर भी बहुत ध्यान देना है।
‘जहां बीमार वहीं उपचार’, इस सिद्धांत पर माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाकर जिस तरह शहर एवं गांवों में घर-घर दवाएं बांटी जा रही हैं, यह बहुत अच्छी पहल है। इस अभियान को और व्यापक करना है। pic.twitter.com/SFkZyAyRGG
— Narendra Modi (@narendramodi) May 21, 2021
पीएम मोदी ने कहा कि आप सबने जिस तरह से महादेव की नगरी को संभाला है उसे पूरी दुनिया देख रही है। देश के हर नागरिक को आप पर गर्व है। उन्होंने जहां बीमार, वहीं उपचार का नया मंत्र देते कहा कि अब यही हमारा लक्ष्य होगा।
पीएम ने काशिवासियों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों और प्रशासन की तारीफ करते हुए कहा कि जिस प्रकार आप सबने कोरोना को रोकने के लिए व्यवस्थाएं तैयार कीं, वह उदाहरण है। माइक्रो केंटेनमेंट जोन और लोगों को घर-घर जाकर दवाएं देने की पहल बेहद अच्छी और कारगर रहीं हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना ने हमारे लिए कठिन चुनौती है। इसको हमने स्वीकार किया है। यह अभी खत्म नहीं हुआ है। बस जिस तरह से आप सब अभियान चलाकर कोरोना को रोक रहे हैं, उसी सिद्धांत को गांवों तक पहुंचाना है। जितना हो सके ग्रामीण इलाकों में इसका प्रचार प्रसार करना है। ताकि उन्हें कोरोना से बचाया जा सके। इस दौरान काशीवासियों की जमकर तारीफ की।