पीएम मोदी इन दिनों अपनी विदेश यात्रा में व्यस्थ हैं। वह गुरुवार को म्यांमार के श्वेडेगॉन पगोडा पहुंचे हैं। जहां पहुंच कर उन्होंने प्रार्थना भी की है। अपनी विदेश यात्रा के तीसरे और आखिरी दिन में पीएम मोदी भारत के आखिरी मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर की दरगाह पर भी जाने वाले हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि म्यांमार की रखाइन प्रांत हिंसा को लेकर होने वाली चिंता से भी इत्तेफाक रखता है। वही पीएम मोदी बहादुर शाह जफर की मजार पर फूल चढ़ाने के बाद अब वह म्यांमार से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं।
पीएम मोदी यंगून स्थित बौद्ध स्तूप तथा काली मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद बहादुर शाह जफर की मजार पर पहुंचे हैं। इससे पहले पीएम मोदी ने शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की है। पीएम मोदी ने यंगून शहर में बौद्ध धर्म के प्राचीन स्तूपों में से एख श्वेडेगॉन पगोडा में दर्शन के लिए गए थे। कहा जाता है कि श्वेडेगॉन पगोडा करीब 2500 साल पुराना है। यहां पर भगवान बुद्ध के बालों के साथ अन्य पवित्र निशानियां रखी हुई हैं।
अपने दौरे के दौरान पीएम मोदी ने स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से डेलिगेशन बातचीत की है। जिसके बाद दोनों नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित भी किया है। जिसमें बताया गया कि म्यांमार और भारत के बीच कुल 11 समझौतों पर हस्ताक्षर किया गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने बताया कि म्यांमार की चिंता में भारत की भागीदारी है। उन्होंने बताया कि पड़ोसी होने के कारण सुरक्षा के लिहाज से दोनों की मुश्किलें एक जैसी ही हैं। पीएम मोदी ने म्यांमार में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित किया है। संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों को विश्वास दिलाया कि भारत की तरफ से हमेशा उनकी मदद की जाएगी।