लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के चुनावी दंगल में आज लखीमपुर खीरी में पहले राहुल गांधी और फिर पीएम मोदी ने हुंकार भरी। पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब तक प्रदेश में काफी लूट पाट हुई है, जिससे प्रदेश की जनता पूरी तरह से परेशान है, अब लोगों ने फैसला कर लिया है कि 11 मार्च को भाजपा की राज्य में पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाएगी।
पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें-
- पूरा उत्तर प्रदेश जानता है कि जो जेलों में बंद हैं वो जेलों से ही अपना गैंग चलाते हैं
- उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद पहली ही मीटिंग में पहला काम किसानों का ऋण माफ़ करने का किया जाएगा
- सपा कुर्सी के मोह में राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण जी को अपमानित कर कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गयी है
- बदलाव और विकास का समय हमारे सामने हैं
- आज दिल्ली में आपका एक ऐसा भाई बैठा है जो आपकी रक्षा करना चाहता है, आपकी सेवा करना चाहता है आप बस एक बार सेवा का मौका दीजिए
- यूपी में कई बार एसपी-बीएसपी-कांग्रेस की सरकार रही। अब ऐसे लोगों को मौका नहीं देना चाहिए
- 2014 के बाद से सपा जोड़-तोड़ की राजनीति में जुट गई है
- उत्तर प्रदेश ने कांग्रेस, सपा और बसपा की सरकारें देखी हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता का भला अभी तक नहीं हुआ है
- सपा कुर्सी के मोह में राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण जी को अपमानित कर कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गयी है
- अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश का विकास करने के स्थान पर गठबंधन करने में लग गए
- पीएम ने कहा; 2014 में यूपी की जनता ने बसपा का सफाया किया साथ ही सपा और कांग्रेस को भी सबक सिखाया
- पीएम मोदी लखीमपुर खीरी में कर रहे हैं चुनावी रैली को संबोधित, उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण के चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन
लखीमपुर रैली में पीएम मोदी ने विरोधियों पर वार करते हुए कहा कि सपा सरकार कहती है उनका काम बोलता है लेकिन ये बताएं कि क्या प्रदेश की माताएं-बहनें सुरक्षित हैं? प्रदेश में सपा नेताओं की गुंडागर्दी किसी से छिपी नहीं है, और इसपर भी अखिलेश दावा करते हैं कि प्रदेश में उनकी सरकार बनने वाली हैं। इसके साथ ही पीएम ने सपा कांग्रेस के गठबंधन पर भी निशाना साधा, उन्होंने कहा कि सपा के मुलायम सिंह यादव पूरे जीवन भर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ लड़ते रहे और अब अखिलेश ने उसी कांग्रेस से गठबंधन कर लिया है। पीएम ने कहा कि जनता ने मन बना लिया है कि एकबार फिर से 2014 के जनादेश को दोहराया जाएगा।