नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि उनका शासन भारत के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि उन्होंने मतदाताओं का भरोसा तोड़ा है. मोदी ने ऐसी सरकार का नेतृत्व किया है जो देश में साम्प्रदायिक हिंसा, लिंचिंग और गऊ-रक्षा से जुड़ी घटनाओं पर अक्सर चुप रही.
शशि थरूर की पुस्तक के विमोचन पर बोल रहे थे सिंह
मनमोहन सिंह कांग्रेस नेता शशि थरूर की पुस्तक ‘द पैराडॉक्सियल प्राइम मिनिस्टर’ के विमोचन पर बोल रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के तहत देश के विश्वविद्यालयों और सीबीआई जैसे राष्ट्रीय संस्थानों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है.
मतदाताओं का यकीन तोड़ा
पूर्व पीएम ने कहा कि 2014 में नरेन्द्र मोदी भारत के लोगों से तमाम बड़े-बड़े दावे करके भारत के 14वें प्रधानमंत्री चुने गए लेकिन पिछले चार वर्ष में वह और उनकी सरकार मतदाताओं की आशाओं पर खरे नहीं उतरे हैं, उन्होंने मतदाताओं का यकीन तोड़ा है.
‘असत्यवादी प्रधानमंत्री हैं’
उन्होंने कहा कि मोदी ‘असत्यवादी प्रधानमंत्री हैं’ और थरूर ने अपनी किताब में इसे बहुत अच्छे से लिखा है. शशि थरूर की जिस पुस्तक का आज विमोचन किया गया है उसका नाम ‘द पैराडॉक्सियल प्राइम मिनिस्टर : नरेन्द्र मोदी एंड हिज इंडिया.’
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सिंह ने आगे कहा, “आर्थिक मोर्चे पर कथित तौर पर विदेशों में पड़ा अरबों रुपये का काला धन वापस लाने के वादे जो किए गए थे, उस दिशा में कुछ नहीं हुआ. वहीं, जल्दबाजी में नोटबंदी कर दिया गया. जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) अर्थव्यवस्था के लिए आपदा साबित हो रही है.”
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मनमोहन ने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में गिरावट के बावजूद पेट्रोल और डीजल की कीमतें ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गईं, क्योंकि मोदी सरकार ने तेल की कीमतें कम होने का लाभ भारत की जनता को देने के बजाय पेट्रोल और डीजल पर अत्यधिक उत्पाद कर लगा दिया.” सिंह ने कहा कि मोदी सरकार की उपलब्धि खोखले वादे के अतिरिक्त कुछ भी नहीं है. उन्होंने मौजूदा सरकार को अक्खड़ फैसले लेने वाली सरकार करार दिया.