उत्तर प्रदेश कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या धीरे-धीरे कम होती जा रही है। तो वही प्रदेश भर में कोविड वैक्सीनेशन का अभियान भी तेजी से चल रहा है। इसके तहत फ्रंटलाइन वारियर्स व चिकित्सा कर्मियों को योजना के तहत वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसी कड़ी में फतेहगढ़ पुलिस के एसआई अशोक कुमार का पत्र वायरल हो रहा है। जिसमें एसआई अशोक कुमार अपने अधिकारियों से कहते हैं कि कोविड वैक्सीन लगवाने पर अगर स्वास्थ्य हुआ ख़राब तो कौन अफसर जिम्मेदारी लेगा ?
सरकार कर रही प्रयास न फैले वैक्सीन को लेकर भ्रम
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर के सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि वैक्सीन के प्रति लोगों का भ्रम दूर किया जा सके। इसको लेकर फोन की कॉलर ट्यून व स्वास्थ विभाग द्वारा हर तरह के अभियान चलाया जा रहे हैं। जिससे कि कोविड वैक्सीन को लेकर के किसी भी तरह का भ्रम लोगों के बीच में ना रहे और लोगों को जब वैक्सीन लगायी जाए तब तक लोग उसके प्रति विश्वास कर ले। लेकिन उत्तर प्रदेश की पुलिस के एसआई अशोक कुमार का पत्र वायरल हो रहा है। जिसमें एसआई अशोक कुमार कोविड वैक्सीन को लेकर के सवाल उठा रहे हैं और अपना स्वास्थ्य ख़राब होने पर जिम्मेदार अफसरों का पद,नाम और पता मांग रहे हैं।
वयरल पत्र में वैक्सीन पर उठाए सवाल
पत्र में एसआई अशोक कुमार लिखते हैं कि प्रार्थी शारीरिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ है। विगत 15 वर्षों से प्रार्थी को बुखार तक नहीं आया। 5- 10 किलोमीटर की दौड़ अब भी 47 वर्ष की उम्र में कर लेता है।जिस कारण प्रार्थी उपरोक्त वैक्सीन लगवाने का बिल्कुल भी इच्छुक नहीं है। फिर भी प्रार्थी आदेश निर्देश के अनुपालन में वैक्सीन लगवाने को तैयार है। अतः विनम्र अनुरोध है कि वैक्सीन लगाए जाने पर अगले 20-30 वर्ष पश्चात तक भी यदि प्रार्थी के स्वास्थ्य पर कोई प्रभाव पड़ता है. तो ऐसे विपरीत प्रभाव की जिम्मेदारी लेने वाले अधिकारी के नाम, पद तथा पूरे पत्ते से प्रार्थी को यथा शीघ्र अवगत कराने की कृपा करें |अपने पत्र में सेहत को लेकर के चिंतित एसआई अशोक कुमार ने अपर पुलिस अधीक्षक नोडल अधिकारी कोरोनावायरस जनपद फतेहगढ़ को पत्र लिखा है। अपने पत्र में वैक्सीन को लेकर के सवाल खड़े करने वाले एसआई अशोक कुमार का यह पत्र तेजी से वायरल हो रहा है।