लखनऊ: शुक्रवार को आषाढ़ अमावस्या है, इस दिन सभी पूजन अर्चन कर के अपने पितरों को खुश करने और उनकी आत्मा की शांति की कामना करते करते हैं। हिंदू धर्म में इस दिन का बहुत महत्व है। सभी अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए यह दिन काफी अहम होता है। दान-पुण्य करके उनकी आत्मा को शांति दिलाने की कोशिश की जाती है, आषाढ़ अमावस्या के दिन दान पुण्य करने से हम सभी अपने पूर्वजों का आशीर्वाद पाते हैं।
इन पौधों को लगाने से मिलेगी सुख समृद्धि
आषाढ़ अमावस्या के दिन कुछ ऐसे वृक्ष लगाने चाहिए, जिनका हमारे जीवन पर सकारात्मक असर पड़ेगा। इसमें सबसे पहले भगवान शिव को सबसे प्रिय वृक्षों में से एक बेल का पेड़ है। इस पौधे को लगाने से घर में खुशहाली और पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
बरगद, अशोक, तुलसी, बेल, पीपल
यह सभी औषधीय और महत्वपूर्ण पौधे हैं। तुलसी के औषधीय गुण हमें स्वस्थ रखने में भी मदद करते हैं। बरगद का पेड़ भी काफी पवित्र माना जाता है, उसके नीचे बैठकर भगवान महादेव की पूजा करनी चाहिए। जिससे परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है। वहीं पीपल का पेड़ भी सनातन धर्म में आस्था का एक बड़ा केंद्र माना जाता है, उसके नीचे सरसों का तेल वाला दीपक जलाना चाहिए।
शुभ मुहूर्त
आषाढ़ अमावस्या का शुभ मुहूर्त 9 जुलाई को सुबह 5:16 से शुरू होकर 10 जुलाई को सुबह 6:46 तक रहेगा। इस दौरान सभी भक्त पहले किसी पवित्र नदी में स्नान करते हैं और भगवान सूर्य को जल अर्पण करके अपने पितरों को याद करते हैं। सारे कर्मकांड किए जाते हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए व्रत रखा जाता है। जरूरतमंदों को दान पुण्य करके सुख समृद्धि की कामना की जाती है।