नई दिल्ली। हर साल फीस बढ़ोत्तरी की समस्या अभिवावकों को बहोत परेशान करती हैं। लोकिन इस साल ऐसा न हो इसके लिए सीबीएसई ने कदम उठाया हैं। बोर्ड ने निजी स्कूलों से फीस के ढांचे का रिकार्ड तलब किया हैं। बोर्ड इसकी तह तक जाना चाहता हैं कि कौन सा स्कूल कितनी फीस वसूत रहा हैं।
मानव संसाधन मंत्री विकास मंत्रालय प्रकाश जावेडकर ने बताया कि बोर्ड ने इस आशय का निर्देश इस बजह से दिया हैं कि निजी स्कूल मनमानी न करें। उनका मानना हैं कि फीस का ढाचा अगर बोर्ड के पास पहुंचे तो ये पता लग जाएगा कि कौन सा स्कूल कितना फीस वसूल रहा हैं।
प्रकाश जावेड़कर ने कहा कि बहोत से अभिवावकों का कहना हैं कि स्कूल अपने मनमर्जी बहोत पैसे वसूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों को लिस्ट भेजने को कहा गया हैं अगर फिर भी नही भेजते तो उनके प्रंबंधन पर जुर्माना लगाया जाएगा।
फीस बढ़ोत्तरी पर लगाम लगाने के लिए गुजरात सरकार का कदम गुजरात सेल्फ फाइनेंस स्कूल बिल 2017 अन्य राज्यों के लिए नजीर बन गया हैं।