फागुन मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि फुलेरा दूज (Phulera Dooj) मनाया जाता है। और यह पर्व इस बार आज यानी 4 फरवरी शुक्रवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन प्रेम के प्रति भगवान राधा और कृष्ण की पूजा की जाती है और फूलों की होली खेली जाती है। इस दिन सभी कृष्ण मंदिरों में विशेष प्रकार का आयोजन होता है।
फुलेरा दूज की कथा
हिंदू मान्यताओं के अनुसार एक बार भगवान श्री कृष्ण से राधा रानी और गोपिया नाराज हो गई थी राधा रानी और गोपियों के नाराज होने की वजह श्री कृष्ण का उनसे मिलने ना आना था श्रीकृष्ण बेहद व्यस्त थे। जिसकी वजह से वह राधा रानी और गोपियों से मिलने नहीं आ पाए। और जब भगवान श्री कृष्ण को इस बात का ज्ञात हुआ कि राधा रानी और गोपियां उनसे ना मिलने की वजह से नाराज है, तो वह उनसे मिलने बरसाना है। वहां पहुंचकर श्री कृष्ण राधारानी और गोपियों के ऊपर फूल फेकने लगें। जिसे देखकर गोपिया भी कृष्ण के ऊपर फूल फेंकने लगी और इस तरह श्री कृष्ण राधारानी और गोपियों एक दूसरे के ऊपर फूल फेंकने लगें। और फूलों की होली मनाने लगें। जिस दिन फूलों की होली खेली गई उस दिन फागुन मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि थी और यहीं से फुलेरा दूज पर्व की शुरुआत हुई। तभी से हर साल इस दिन फूलों की होली खेली जाती है।
फुलेरा दूज का शुभ मुहूर्त
फागुन मास कृष्ण पक्ष की द्वितीय तिथि का आरंभ 3 मार्च रात 9:36 से होगा वही समापन 4 मार्च 8:45 पर होगा।