नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस को लेकर सरकार मुस्तेदी से काम कर रही हैं। लेकिन दिल्ली के कुछ लोग कोरोना वायरस के लिए दी हुई छुट्टियों का गलत फायदा उठा रहा है। छुट्टियां मिलते ही कुछ लोगों ने शिमला का रुख कर लिया। ये अलग बात है कि हिमाचल सरकार ने उनके जैसे किसी भी पर्यटक के प्रदेश में घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया है और अब उन्हें निराश होकर वापस भेजा जा रहा है।
बता दें कि ऐसे लोंगों को कोई मतलब नही की दुनिया मे क्या चल रहा है इन्हें कोई मतलब नही की हमारा देश किस महामारी की चौखट पर खड़ा है, इन्हें कोई मतलब नही की दुनिया किस संकट से गुजर रही है इन्हें तो पर्यटन सूझ रहा है। गोवा, हिमाचल और उत्तराखंड में किसी भी पर्यटक के प्रवेश को 31 मार्च तक प्रतिबंधित कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 22 मार्च को सुबह 7 बजे से लेकर रात 9 बजे तक ‘जनता कर्फ्यू’ का ऐलान किया था। पीएम मोदी ने अपील करते हुए सभी देशवासियों से घर से बाहर न निकलने के लिए कहा था वहीं शाम को 5 बजे इस बीमारी से लड़ रहे डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के समर्थन में बालकनी और खिड़कियों में खड़े होकर ताली, थाली या घंटी बजाने की भी अपील की थी। दरअसल इस बीमारी के वायरस के लिए अभी तक कोई दवाई नहीं बनी है और इसके रोकथाम के लिए एक ही उपाय है कि जितनी ज्यादा से ज्यादा दूरी बनाए रखी जा सके ताकि इसका वायरस दूसरे लोगों तक न पहुंचे। जनता कर्फ्यू के दौरान आम नागरिकों को भी अपने कर्तव्य का पालन करना होगा।