देहरादून। वर्ल्ड पीस मिशन के तहत मलेशिया में 13 जनवरी से दो फरवरी तक हुए कार्यक्रमों में योग, अध्यात्म, संस्कृति और सौहार्द की झलक देखने को मिली। मलेशिया से मिशन का वैश्विक शुभारंभ भी किया गया। मलेशिया से लौटे संस्कार परिवार सेवा समिति के संस्थापक आचार्य बिपिन जोशी ने सोमवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि ऋषि-मुनि परंपरा के मूलमंत्र वसुधैव कुटु बकम के आधार पर योग और अध्यात्म के प्रचार-प्रसार एवं सर्वधर्म सम्भाव को स्थापित करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है।

बता दें कि मलेशिया में 15 से 21 जनवरी तक योग, प्रणायाम, ध्यान शिविर आयोजित हुआ। 15 जनवरी को भारतीय समुदाय के लोगों ने पोंगल पर्व पारंपरिक रूप से मनाया। इसमें भारतीय मूल के मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सुब्रमण्यम और खेल राज्य मंत्री सरवनन भी शामिल हुए। 26 से 28 जनवरी तक आयोजित छठे अंतरराष्ट्रीय योग फेस्टिवल में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का मौका मिला।
वहीं इसके अलावा भारतीय समुदाय के लोगों की ओर से आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि मलेशिया में रहने वाले भारतीय मूल के लोग अपने संस्कृति और परंपराओं से पूरी तरह जुड़े हुए हैं। इस दौरान जीएल सडाना, विरेंद्र सिंह रावत, कमल रजवार, अजय सेमवाल, रोशन राणा आदि मौजूद रहे।