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दिल्ली में रहने वाले लोगों को मिलेगा कई मेट्रो स्टेशनों पर ट्रेनें बदलने के झंझट से छुटकारा

pink line दिल्ली में रहने वाले लोगों को मिलेगा कई मेट्रो स्टेशनों पर ट्रेनें बदलने के झंझट से छुटकारा

नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर मजलिस पार्क से शिव विहार पहुंचने के लिए यात्रियों को कई मेट्रो स्टेशनों पर ट्रेनें बदलने के झंझट से छुटकारा मिलने वाला है। पिंक लाइन के त्रिलोकपुरी संजय झील और मयूर विहार पॉकेट-1 मेट्रो स्टेशनों के बीच जमीन के विवाद के चलते मेट्रो पुल का यह हिस्सा अधूरा है। इस हिस्से पर पुल बनाने के लिए डीएमआरसी ने निर्माण योजना पर काम शुरू कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन की लंबाई करीब 59 किमी है। यह दिल्ली मेट्रो रेल नेटवर्क की सबसे लंबी लाइन है। इस लाइन का निर्माण तीन चरणों में पूरा किया गया। पहले चरण में मजलिस पार्क से लाजपत नगर के बीच मेट्रो ट्रेन चलाई गई। इसके बाद लाजपत नगर से मयूर विहार पॉकेट 1 के बीच मेट्रो सेवा शुरू की गई और आखिर में त्रिलोकपुरी संजय झील और शिव विहार मेट्रो सेक्शन पर ट्रेनें चलाई गई।

बता दें कि इस लाइन के मयूर विहार पॉकेट-1 मेट्रो स्टेशन और त्रिलोकपुरी मेट्रो स्टेशन के बीच स्थानीय लोगों के घर होने के कारण करीब 288.381 मीटर हिस्से पर मेट्रो पुल बनाने के लिए जमीन का विवाद था। यह विवाद अदालत तक भी पहुंचा। इन दोनों स्टेशनों को जोड़ने के लिए हाल ही में जमीन खाली हो सकी है। इस जमीन के खाली होने के बाद अब डीएमआरसी इस हिस्से को जल्द से जल्द जोड़कर पिंक लाइन पर ट्रेनों का सीधा संचालन करना चाहती है।

वहीं त्रिलोकपुरी संजय झील और मयूर विहार पॉकेट-1 स्टेशन के बीच मेट्रो का संचालन न होने के कारण वर्तमान में यात्रियों को ब्लू लाइन पर ट्रेन बदलकर आगे जाना पड़ता है। इस हिस्से के तैयार होने के बाद यात्रियों को मजलिस पार्क से सीधे बिना किसी इंटरचेंज के शिव विहार पहुंचने की सुविधा मिल जाएगी। वर्तमान में शिव विहार की ओर से पिंक लाइन के हजरत निजामुद्दीन मेट्रो स्टेशन पहुंचने के लिए पहले ब्लू लाइन के कड़कड़डूमा और उसके बाद मयूर विहार फेज-1 मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन बदलनी पड़ती है। इन दोनों स्टेशनों के जुड़ने के बाद यात्रियों के समय की काफी बचत होगी।

साथ ही डीएमआरसी ने इन दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी को पाटने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। अक्तूबर के अंत या नवंबर की शुरुआत मेें यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद त्रिलोकपुरी और मयूर विहार पॉकेट-1 के बीच 288.381 मीटर के हिस्से पर एलिवेटेड पुल बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा। काम शुरू होने के बाद यह निर्माण कार्य करीब 9 महीने में पूरा होने की संभावना है।

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