नई दिल्ली। अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में हुए धमाके से एक बार फिर तालिबान लड़ाकों और अफगान सुरक्षा बलों की गले लगाने वाली तस्वीरों पर सवाल खड़ा कर दिया है। बता दें कि नांगरहार प्रांत में हुए हमले में अभी तक 17 लोगों की मौत हो चुची है। इसको एक आत्मघाती हमला माना जा रहा है।
दरअसल, ईद के दूसरे दिन भी देश में संघर्ष विराम जारी रहा। अपने-अपने हथियार और रॉकेट लॉंचर लिए अफगानिस्तान के सबसे बड़े आतंकी संगठन के सदस्य कार और मोटरबाइक से नांगरहार प्रांत के बाटीकोट जिले से होकर गुजरे। लेकिन हमले के बाद फिर एक बार अफगान सरकार तालिबानियों पर संदेह कर रही है।
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खबर है कि तालिबानी गाड़ी में ये धमाका हुआ, सीजफायर पर ईद मिलन के समय इस हमले के पीछे दूसरे आतंकी संगठन का भी हाथ हो सकता है। अफगान सरकार ने खुलकर तो नाम नहीं लिया है लेकिन उसे आतंकी संगठन दाइश पर भी शक है। बता दें कि इस हमले से पूरे देश में एक बार फिर खौंफ पैदा हो गया है।