जबलपुर। ट्रेन में टीटी के उस वक्त होश उड़ गए जब वो बिना टिकट सफर करने वाले यात्रियों से जुर्माना वसूलने पहुंचा। दरअसल जब टीटी इन यात्रियों के पास पहुंचा और उनसे टिकट दिखाने को कहा तो उन्होंने अपने टिकट तो दिखाए ही साथ ही अपने पुरखों के भी टिकट दिखाए और उनमें ज्यादातर टिकट उन पुरखों के थे जिनकी मौत करीब 100 साल पहले हो चुकी है।

बता दें कि जबलपुर से कटनी, सतना रीवा और इटारसी के बीच 8 घंटे चली चेकिंग में 40 से ज्यादा ऐसे यात्री मिले जो ट्रेन के जनरल र स्लीपर कोच में अपने पुरखों के टिकट के साथ सफर कर रहे थे। उनका कहना था कि वो गयाजी जा रहे हैं। जिसकी वजह से वो अपने पुरखों का भी टिकट लेकर जा रहे हैं। पितृपक्ष में बरसों से चली आ रही परंपरा को लेकर यात्रियों ने पुरखों के टिकट अलग से खरीदें थे। बता दें कि इनमें कुछ यात्री ऐसे भी थे जिनके पुरखों की मौत 100 साल पहले हो चुकी है। हालांकि ये पंरपरा बिल्कुल नई नहीं है। ऐसा माना जाता है कि पितृपक्ष के दिन सभी पुरखे अपने-अपने परिवार को देखने के लिए आसमान से निचे ऊतर आते हैं।