चीन और पाकिस्तान एक जैसे हैं। जिस तरह से पाकिस्तान अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आता वैसे ही चीन दक्षिण एशिया में चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। चीन लगातार ऐसी हरकतें कर रहा है जिससे पड़ोंसी देशों में आर्थिक और सुरक्षा का संकट पैदा हो रही है। अमेरिकी सुरक्षा विभाग का कहना है कि टीन अपने पड़ोसी देशों पर दबाव बना रहा है और आर्थिक और सुरक्षा को मुद्दों का सहारा लेकर पड़ोसी देशों को डरा धमका रहा है।
बचा दें कि अमेरिकी सुरक्षा विभाग पेंटागन के मीडिया सचिव जॉन किर्बी का कहना है कि चीन की नियत हिंद प्रशांत में शांति बनाने की नहीं है। बल्कि चीन उसे डरा धमकाने की कोशिश कर रहा है। चीन की इस हरकत से पड़ोसी देशों में सुरक्षा और आर्थिक खतरा पैदा हो रहा है। चीन की हरकतें पड़ोसी देशों को धमकाने और उनमें डर पैदा कर उन्हें मजबूर करने की है।
वहीं किर्बी का कहना है कि चीन की हरकतों से निपटने और हिंद- प्रशांत में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए गठबंधनों और साझेदारियों को मजबूत किया है। अमेरिका का कहना है कि हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि हमारे पास चुनौतियों से लड़ने के लिए पर्याप्त रक्षात्मक क्षमताएं हों।
जॉन किर्बी ने कहा कि भारत-चीन सीमा पर छिड़े विवाद को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका सतर्क है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी प्रशासन एलएसी पर हो रही हलचलों पर नजर बनाए हुए है। किर्बी ने कहा कि इस तनाव को अमेरिका हिंसक नहीं होने देना चाहता। इसलिए जल्द ही अमेरिका भारतीय अधिकारियों ने इस मसले पर बातचीत करेगा।