सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत वितरित होने वाले केरोसीन के मामले में अंडर-रिकवरी (नुकसान) जुलाई में 6.82 रुपये प्रति लीटर रहेगी। जून के पहले पखवाड़े में अंडर-रिकवरी 8.86 रुपये प्रति लीटर और अंतिम पखवाड़े में 8.61 रुपये प्रति लीटर रही। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अधीनस्थ पेट्रोलियम नियोजन एवं विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) ने जून के लिए कच्चे तेल एवं पेट्रोलियम उत्पादों के अंतर्राष्ट्रीय मूल्यों की समीक्षा की है।
पीडीएस में वितरित होने वाले केरोसीन के मामले में अंडर-रिकवरी एक जुलाई, 2017 से 6.82 रुपये प्रति लीटर रहेगी। जून के पहले पखवाड़े में अंडर-रिकवरी 8.86 रुपये प्रति लीटर और अंतिम पखवाड़े में 8.61 रुपये प्रति लीटर रही।
डीबीटीएल के अंतर्गत ग्राहकों को नकद राशि का हस्तांतरण 86.54 रुपये रहेगा, जिसमें से सरकार द्वारा उपभोक्ताओं को घरेलू एलपीजी पर दी जाने वाली नकद क्षतिपूर्ति 58.35 रुपये और उपभोक्ताओं को ‘बगैर क्षतिपूर्ति वाली लागत’ मद में ओएमसी से घरेलू एलपीजी पर मिलने वाली नकद क्षतिपूर्ति 28.19 रुपये होगी।
आपको बता दें कि वही केरोसिन पर के दाम पर हर महीने 25 पैसे प्रति लीटर बढ़ाने की अनुमति दी जा चुकी है। केरोसिन पर दी जाने वाली सब्सिडी में गिरावट लाने के लिए तेल कंपनियों को थोड़े थोड़े वक्त में इसका दाम बढ़ाने की अनुमति पहले दी गई थी। वही पहले दिल्ली में 12 रुपए लीटर का बोझ रियायत में सरकार उठाती है। साल 2011 में इसकी कीमत 2.64 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि हुई थी। इससे पहले जून 2010 में इसका दाम 3.23 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ाया गया था।