चंदौली: रेलवे प्रशासन और जीआरपी की लाख कोशिशों के बावजूद पीडीडीयू नगर जंक्शन पर तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रही है। ब्रह्मपुत्र मेल में सोमवार को एक करोड़ रुपये नकद बरामद हुए। हालांकि, रुपयों को ले जाने वाले तस्कर का पता नहीं चल सका।
जीआरपी ने ब्रह्मपुत्र मेल में नोटों से भरे बैग को अपने कब्जे में ले लिया और मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। वहीं, पुलिस इन नोटों को लाने वाले तस्कर का पता लगाने में जुट गई है। मामले की जानकारी देते हुए कर्मचारियों ने बताया कि, बैग में इतने ज्यादा नोट भरे थे कि उनको गिनते-गिनते जीआरपी कर्मियों के हाथ लाल हो गए।
जीआरपी को मिली काले रंग के बैग की सूचना
उन्होंने बताया कि, सुबह 11 बजे ब्रह्मपुत्र मेल जंक्शन पर पहुंची तो जीआरपी को कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि रेल के बी-4 बोगी में एक काले रंग का बैग रखा है। सूचना मिलते ही कोतवाल आरके सिंह साथियों के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू की। वहीं, इस दौरान संदिग्ध वस्तु के मिलने से वहां मौजूद रेल यात्री सहमे रहे।
नोटों को गिनते-गिनते लाल हो गए हाथ
वहीं, जब मौके पर जांच दस्ता ट्रेन के कोच में पहुंचा और बैग को खोलकर देखा, तो उसमें बड़ी मात्रा में दो हजार के नकली नोट भरे हुए थे। इसके बाद जवान बैग को कोतवाली में लेकर आ गए और नोटों को गिनना शुरू किया। लगभग छह घंटों तक नोटों को गिनने के बाद पता चला कि बैग में रखी कुल रकम एक करोड़ रुपए है। इस दौरान नोटों का रंग भी छूटता रहा, जिससे जवानों के हाथ लाल हो गए।
पुलिस को नहीं चला तस्कर का पता
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए कोतवाल ने बताया कि, बोगी में एक काले रंग का बैग होने की सूचना मिली थी। जब उसे बरामद करके देखा गया तो उसमें नकली नोट भरे हुए थे। इसके बाद जब नोटों को गिना गया तो पूरी रकम एक करोड़ रुपये निकली। उन्होंने कहा कि, सूटकेस के मालिक का पता लगाने की कोशिश की गई, लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चला। इस मामले की जांच की जा रही है और नकली नोटों की बरामदगी की सूचना उच्च अधिकारियों को दे दी गई है।