बिहार में नीतीश कुमार भले ही लंबे समय से सत्ता में हो लेकिन पटना हाईकोर्ट से नीतीश सरकार दो 2 से 3 मुद्दों पर फटकार पड़ ही जाती है।
पटना: बिहार में नीतीश कुमार भले ही लंबे समय से सत्ता में हो लेकिन पटना हाईकोर्ट से नीतीश सरकार दो 2 से 3 मुद्दों पर फटकार पड़ ही जाती है। बिहार में लगातार कोरोना की स्थिति बेकाबू होती जा रही है आए दिन बिहार में कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। जिसको लेकर पटना हाईकोर्ट ने नीतीश सरकार को फटकार लगाई और इस पर जबाव देने को कहा, पटाना हाईकोर्ट ने कोरोना के बढ़ते मरीजों को लेकर नीतीश कुमार सरकार से पूछै कि आखिर राज्य में हो क्या रहा है। हाईकोर्ट ने कोरोना से लड़ रहे लोगों को बेहतर इलाज देने स्वास्थ्य स्वाओं और अस्पताल की बेहतर हालत को लेकर पूरी रिपोर्ट मांगी है।
बता दें कि हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से कोरोना से निपटे से लेकर मरीजों के स्वास्थ्य तक की पूरी रिपोर्ट मांगी है। साथ ही कोविड-19 अस्पतालों की जानकारी भी मांगी वहां मौजूद डॉक्टरों,नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ का पूरा ब्योंरा तलब किया है। हाईकोर्ट ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि जितने भी बड़े अस्पताल है सबमें कोई भई इंतजाम ठीक से नहीं है और इसका खामयाजा आम लोगों को भूगतना पड़ रहा है।
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वहीं कोर्ट ने साथ ही राज्य सरकार से अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलिंडर, वेंटिलेटर और अन्य कोरोना इलाज के सुविधा का ब्योरा देने का आदेश दिया है। बिहार कोविड-19 अस्पतालों को जो आईसीएमआर द्वारा जो रैपिड एंटीजन किट दिए गए हैं उनका भी इस्तेमाल ही तरीके से नहीं हो पा रहा है। कोरोना मरीजों के इलाज की और उनके स्वास्थ्य की भी पूरी सुविधा नहीं की गई है। इस मामले पर 7 अगस्त को पटना कोर्ट में एक बार फिर सुनवाई होगी।
राज्य में 33 हजार 511 संक्रमित
दूसरी तरफ बिहार में कोरोना का कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। एक बार फिर सूबे में 1820 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है। इनमें 23 जुलाई को 737 और 22 जुलाई व इसके पूर्व के 1083 नए संक्रमित मरीज शामिल हैं। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 33 हजार 511 हो गई है। सबसे भयावह स्थिति राजधानी पटना की है, जहां पिछले दो दिनों में सबसे अधिक 561 नए संक्रमित मिले हैं। पटना में अब कुल कोरोना संक्रमिताें की संख्या 5347 हो गई है।