नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी तैयारियों में पुरजोर की ताकत लगा रहें हैं। लोकसभा चुनाव के महज कुछ महीने ही बचे हैं। तो सियासी हलचलें भी काफी तेज हो चुकी हैं। इन दिनों बिहार राजनीति का केंद्र बना हुआ है।
आज हो सकती है घोषणा
वहीं सीटों को लेकर लोजपा और बीजेपी के बीच चल रहा विवादों में विराम लग गया है। इस चुनाव में रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी एनडीए का ही हिस्सा बनकर चुनाव लड़ेगी। रविवार को एनडीए के सहयोगी दलों की बैठक के बाद सीटों के बंटवारे की विधिवत घोषणा की जाएगी।
अमित शाह पहले ही कर चुके हैं घोषणा
आपको बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पहले ही घोषणा कर चुके हैं कि भाजपा और नीतीश कुमार की पार्टी जदयू एक बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जानकारी के मुताबिक नए फार्मूले में ये दोनों दल 17-17 सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे तो वहीं पासवान की पार्टी बांकी बची हुई सीटों पर अपने उम्मींदवार खड़े कर सकती है।
रामविलास पासवान खुद 2019 का चुनाव स्वास्थ्य कारणों से नहीं लडना चाहते हैं। जिसके लिए उन्होंने पहले भी राज्यसभा में जाने की इच्छा जताई थी। बताते हैं भाजपा इसके लिए भी तैयार हो गई हो अगले साल असम के रास्ते उन्हें राज्यसभा भेजने का आश्वासन दिया गया है।
शुक्रवार को लोजपा नेता रामविलास पासवान और चिराग पासवान की भाजपा नेता अरुण जेटली से हुई मुलाकात के बाद गतिरोध दूर हो गया था। पहले शनिवार की शाम को ही संयुक्त रूप से इसकी घोषणा होनी थी लेकिन पासवान के दिल्ली में न होने के चलते इसे रविवार तक टाल दिया गया।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी दिल्ली में मौजूद हैं। रविवार को एक बार फिर एनडीए के नेता एकसाथ बैठेंगे और फिर सीटों के बंटवारे की घोषणा की जाएगी। कौन कहां से लड़ेगा इसे लेकर नीतीश कुमार ने भी अपने पदाधिकारियों के साथ बैठक की है। 2014 के लोकसभा चुनाव के रामविलास पासवान की पार्टी 7 सीटों से चुनाव लड़ी थी। जिसमें नालंदा को छोड़कर सभी सीटें जीती थीं। ऐसे में एक बार फिर उनका दावा इन सीटों पर है।