नई दिल्ली। ‘अतुल्य भारत’ का ब्रांड एम्बेसडर रहे मशहूर अभिनेता आमिर खान के खिलाफ रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर की टिप्पणी को लेकर सोमवार को राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी सदस्यों ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह अल्पसंख्यकों को निशाना बना रही है। सदन में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि देश के रक्षामंत्री उन लोगों को ‘सबक सिखाने’ की बात कही जो आमिर खान की तरह देश के माहौल पर बात करते हैं।
आजाद ने कहा, “वह किस तरह का सबक हमलोगों को सिखाना चाहते हैं? वह अल्पसंख्यकों को किस तरह का सबक सिखाना चाहते हैं?” सदन में उपस्थित पर्रिकर ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि वे उनके बयान वाला वीडियो खुद देखें और खबरों के आधार पर राय न बनाएं। विपक्षी सदस्यों ने फिर भी सदन में हंगामा जारी रखा। दरअसल, पर्रिकर ने आमिर का नाम नहीं लिया था, लेकिन जो बात कही थी, वह सौ फीसदी उन्हीं की ओर इशारा था। चूंकि उन्होंने नाम नहीं लिया था, इसलिए वह वीडियो देखने पर जोर दे रहे हैं।
आमिर ने पिछले साल घरवापसी, लव जेहाद, ‘पीके’ फिल्म का हिंसापूर्ण विरोध और फिर ठीक बकरीद त्योहार के दिन उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस खाने का आरोप लगाकर एक बुजुर्ग मोहम्मद अखलाक की सिलाई मशीन से सिर कुचलकर हत्या कर दिए जाने और उसके बेटे दानिश को पीटकर अधमरा कर दिए जाने जैसी क्रूरतापूर्ण घटनाओं से आहत होकर कहा था कि उनकी पत्नी किरण राव को अब डर लगने लगा है। वह देश छोड़कर कहीं और चलने की बात कह रही हैं।
आमिर की यह बात देश में सत्तारूढ़ पार्टी और पार्टी के मार्गदर्शकों पर नागवार गुजरी थी। उन्हें देशद्रोही तक कहा जाने लगा। अब देश के रक्षामंत्री ने सालभर पुरानी बात उठाकर अपनी मानसिकता उजागर कर दी है। हंगामे की असली वजह यही है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी ने कहा, “जो कुछ कहा गया है, वह बिल्कुल आपत्तिजनक है। कल को आप मुझे सामाजिक बहिष्कार की धमकी तक दे देंगे।”
समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रामगोपाल यादव ने कहा, “मैंने वीडियो देखा है और उन्होंने (पर्रिकर) सीधे तौर पर अल्पसंख्यकों को धमकी दी है और उन्हें सबक सिखाने की बात कही है।” आजाद ने कहा, “पाकिस्तान के खिलाफ हम आपके साथ हैं, लेकिन आप हमें ही धमकी दे रहे हैं।” बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की नेता मायावती ने भी सरकार पर दलितों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया।
पर्रिकर ने पुणे में एक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर आमिर खान का नाम लिए बिना कहा था, “एक अभिनेता ने कहा कि उनकी पत्नी भारत से बाहर जाना चाहती हैं। यह अहंकारपूर्ण बयान था। मान लीजिए मेरा परिवार गरीब है, मेर घर छोटा है, फिर भी मुझे अपने घर से प्यार करना है और सही तरीके से एक बड़ा बंगला बनाने का लक्ष्य हमेशा रखता है। आप अपनी व्यवस्था पर शर्मसार महसूस नहीं कर सकते।”
रक्षामंत्री ने मराठी और अंग्रेजी में यह टिप्पणी संभवत: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की घटनाओं के संदर्भ में कही। उन्होंने कहा, “इस देश की बुराई करने की कैसे कोई साहस करता है, वे श्रीनगर में नहीं बोल रहे थे, वे दिल्ली में बोल रहे थे। ऐसे बोलने की उन्हें हिम्मत कैसे हुई? जो कोई इस तरह से बोलता है उसे सबक सिखाया जाएगा।”