नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने में देरी पर पहले ही सवाल खड़े कर चुके विपक्षी दलों ने सत्र से ठीक पूर्व गुरुवार को रणनीतिक बैठक बुलाई है। विपक्षी दलों की इस बैठक में 18 दलों के भाग लेने की उम्मीद है। दूसरी तरफ संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने भी 14 दिसंबर को ही संसद की लाइब्रेरी में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से ठीक पहले ये बैठकें होगी। कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने 15 दिसंबर से आरंभ होने जा रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पूर्व रणनीति बनाने के लिए सभी विपक्षी दलों की 14 दिसम्बर को संसद परिसर में बैठक बुलाई है।
वहीं विपक्ष नोटबंदी और जीएसटी से पैदा असंतोष को संसद में भुनाना चाहता है। कांग्रेस भी इस मामले में बाकी विपक्ष के साथ है। हालांकि केन्द्र सरकार की ओर से आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान फाइनैंशियल रैजोल्यूशन एंड डिपॉजिट इंश्योरैंस बिल (एफआरडीआई) 2017 को संसद में पेश करने जाने के विपरोध में विपक्षी दल अभी एकजुट नहीं हैं। बैठक में इस बिल पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
साथ ही शीतकालीन सत्र को लेकर लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘हम सभी विपक्षी दल मिलकर बैठक में देश के ज्वलन्त मुद्दे जीएसटी, नोटबन्दी, जम्मू कश्मीर समस्या, आतंकवाद, हाफिज सईद की पाकिस्तान में रिहाई समेत तमाम मसलों को संसद के पटल पर रखने की रणनीति
वहीं विपक्षी दलों की इस बैठक में 18 दलों के भाग लेने की उम्मीद है। बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, अहमद पटेल, माकपा, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी, भाकपा के डी राजा, जद (एस), आरजेडी, एआईयूडीएफ, आरएलडी, आरएसपी, नेशनल कांफ्रेंस, डीएमके, बीएसपी, एसपी के नेता भाग लेंगे।