नई दिल्ली। संसद के सोमवार से शुरु हो रहे मॉनसून सत्र में हंगामा होने के काफी आसार दिखाई दे रहे है विपक्ष गौरक्षकों से जुड़े, किसान प्रदर्शन, कश्मीर में तनाव सिक्किम सेक्टर में चीन के साथ जारी विवाद इन सब जैसे मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने का प्रयास करेगा।
कांग्रेस सहित 18 विपक्षी दलों की बैठक में 17 जुलाई से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में केंद्र को घेरने और इससे पहले 16 जुलाई को होने वाली विपक्षी दलों की बैठक का एजेंडा किसानों की आत्महत्या, आंतरिक सुरक्षा, सांप्रदायिक हिंसा तथा जीएसटी को बनाने का फैसला किया है।
विपक्षी दलों ने बैठक में किसानों की आत्महत्या, आंतरिक सुरक्षा, सांप्रदायिक हिंसा तथा जीएसटी के कारण कारोबारियों को हो रही दिक्कतों जैसे मुद्दों पर एकजुट होकर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।
उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का नाम संयुक्त रूप से तय करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में 18 दलों की हुई बैठक के बाद तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक करीब दो घंटे चली लेकिन उम्मीदवार का नाम तय करने में बमुश्किल 15 मिनट ही लगे। बाकी पूरे समय देश के मौजूदा हालात पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
राष्ट्रीय जनता दल के जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा कि सभी दलों के नेताओं ने मोदी सरकार की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि देश में अघोषित आपातकाल जैसे हालात पैदा हो गए हैं। किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं, सांप्रदायिक हिंसाएं हो रही हैं और विपक्षी दलों के नेताओं को साजिश के तहत निशाना बनाया जा रहा है।
जय प्रकाश ने कहा कि इन सब मुद्दों पर विपक्ष एकजुट है और मिलकर मजबूती के साथ इन समस्याओं को संसद में उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 27 अगस्त को उनकी पार्टी की पटना में बड़ी रैली हो रही है| सभी विपक्षी दलों को इसमें शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।