देहरादून। देहरादून स्कूली शिक्षा के मामले में देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपनी अलग पहचान रखता है। यही कारण है कि अभिभावक अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा देने के मकसद से यहां के स्कूलों में दाखिला कराते हैं। लेकिन देहरादून की यह छवि अब धुमिल होने लगी है। बेहतरीन शिक्षा के नाम पर राजधानी में बिना मान्यता के स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। खास बात यह कि शिक्षा विभाग केा इसकी भनक तक नहीं। हाल ही में आरटीआई में इसकी दस्तीक भी हुई है।
बता दें कि ऑल उत्तराखंड पेरेंट्स एसोसिएशन के केंद्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने आरटीआई में सामने आए बिना मान्यता के संचालित स्कूलों की शिकायत को लेकर जिलाधिकारी से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि डोईवाला विकासखंड में बिना किसी बोर्ड की मान्यता के प्राइवेट स्कूल संचालित किया जा रहा है। सूचना के अधिकार द्वारा निकाली गई सूचना को भी जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया। बताया कि विकासखंड डोईवाला के कई प्राइवेट स्कूल बिना किसी बोर्ड की मान्यता के संचालित हो रहे हैं और बच्चों का भविष्य अंधकार में कर रहे हैं।
वहीं एसोसिएशन ने जिला प्रशासन से गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की नाक के नीचे यह सब हो रहा है। ऐसी अनदेखी करना बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करना है। उन्होंने शिक्षा विभाग के विरुद्ध भी कार्रवाई करने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल, केंद्रीय महासचिव सुरेश उनियाल, नरेश अग्रवाल, बबीता रानी वर्मा, राजीव गर्ग, विजेंद्र सिंह व संदीप नौटियाल आदि मौजूद रहे।