जयपुर। एक तरफ राजस्थान की अजमेर और अलवर लोकसभा व मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाले हैं तो वहीं दूसरी तरफ इस समय फिल्म पद्मावत का मुद्दा भी जोरों-शोरो से गरमाया हुआ है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इस मुद्दे को भुनाकर राजपूत वोटों को अपने पक्ष में करना चाहते हैं। इसी कड़ी में अलवर में पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री भंवर जितेंद्र सिंह ने प्रेस कॉफ्रेन्स की तरफ से राजपूतों के कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा पर राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ के बयान का जवाब दिया। उन्होंने बीजेपी नेता की अपील को अजीबो-गरीब करार देते हुए कहा कि कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जो राजपूतों का मान सम्मान बनाए हुए है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में राजपूत समाज के पांच लोगों को टिकट दिए थे और जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने चंद्रेश कुमारी और उन्हें खुद को मंत्रिमंडल में जगह दी। इसी के साथ उन्होंने राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राजपूतों का हितैषी होने का दावा करने वाली वसुंधरा सरकार ने राजपूत सभा भवन पर 63 लाख रुपये का टैक्स लगा दिया है।
संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा था कि कांग्रेस ने उपचुनाव में अलवर से पूर्व सांसद भंवर जितेन्द्र सिंह को टिकट ना देकर राजपूत समाज की प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने उपचुनाव में कांग्रेस के पक्ष में मतदान नहीं करके राजपूत समाज का सम्मान बचाने की अपील की थी। दरअसल, इससे पहले कुछ राजपूत संगठनों ने फिल्म पद्मावत पर बैन को लेकर केंद्र एवं राज्य सरकार के रवैये को देखते हुए उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की थी।