Pandit Birju Maharaj || कथक के माध्यम से देश-विदेश में अपनी छाप छोड़ने वाले मशहूर कलाकार एवं कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज का रविवार देर रात निधन हो गया है। जानकारी के मुताबिक पंडित बिरजू महाराज का निधन हार्ट अटैक आने की वजह से हुआ है। इस जानकारी को उनके पोते स्वरांश मिश्रा द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए साझा किया गया है।
वही उनकी पोती रागिनी ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि पिछले 1 महीने से उनका (पंडित बिरजू महाराज) लगातार इलाज चल रहा था। बीती रात उन्होंने खाना खाया और उसके बाद उन्हीं सांस लेने में काफी तकलीफ होने लगी। उसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की काफी कोशिश की लेकिन वह बचाए नहीं जा सके।
पंडित बिरजू महाराज के निधन पर पीएम मोदी ने शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि”भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!
भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति! pic.twitter.com/PtqDkoe8kd
— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2022
पंडित बिरजू महाराज मुख्य रूप से लखनऊ घरानों से ताल्लुक रखते थे उनका जन्म 4 फरवरी 1938 में लखनऊ में ही हुआ था। हालाकी पंडित बिरजू महाराज का यह नाम उनका असली नाम नहीं है उनका असली नाम पंडित बृजमोहन मिश्रा था। पंडित बिरजू महाराज कथक नर्तक का होने के साथ-साथ शास्त्रीय गायक भी थे। पंडित बिरजू महाराज ने डेढ़ इश्किया, देवदास, उमराव जान, बाजीराव मस्तानी जैसी कामयाब हिंदी फिल्मों में मील की पत्थर की तरह काम किया है उन्होंने फिल्मों में डांस कोरियोग्राफी की है।
मशहूर गायिका मालिनी अवस्थी ने पंडित बिरजू महाराज के आकस्मिक निधन को लेकर दुख व्यक्त करते हुए लिखा है कि”आज भारतीय संगीत की लय थम गई। सुर मौन हो गए। भाव शून्य हो गए। कत्थक के सरताज पंडित बिरजू महाराज जी नही रहे। लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई। कालिकाबिंदादीन जी की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसरित करने वाले महाराज जी अनंत में विलीन हो गए। आह!अपूर्णीय क्षति है यह ॐ शांति”
आज भारतीय संगीत की लय थम गई। सुर मौन हो गए। भाव शून्य हो गए। कत्थक के सरताज पंडित बिरजू महाराज जी नही रहे। लखनऊ की ड्योढ़ी आज सूनी हो गई। कालिकाबिंदादीन जी की गौरवशाली परंपरा की सुगंध विश्व भर में प्रसरित करने वाले महाराज जी अनंत में विलीन हो गए।
आह!अपूर्णीय क्षति है यह
ॐ शांति🙏 pic.twitter.com/dLBEy5aPqR— मालिनी अवस्थी Malini Awasthi (@maliniawasthi) January 17, 2022
वहीं 2002 में फिल्म विष्णुपुरम में डांस कोरियोग्राफी के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अतिरिक्त फिल्म बाजीराव मस्तानी में ‘मोहे रंग दो लाल’ गाने की कोरियोग्राफी में उन्हें वर्ष 2016 में फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
इसी के साथ पंडित बिरजू महाराज को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार और कालिदास समेत कई अन्य सम्मान से नवाजा जा चुका है।